जयपुर। राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को जोरदार हंगामे का गवाह बना। विपक्षी विधायकों ने सदन में एक्स्ट्रा कैमरे लगाने पर कड़ी आपत्ति जताई। मामला तब गर्माया जब नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने इसे निजता का उल्लंघन बताते हुए विरोध दर्ज कराया। नाराज कांग्रेस विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे।
सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग बोले- सदन कोई बेडरूम या बाथरूम नहीं है
हंगामे के बीच सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि सदन कोई बेडरूम या बाथरूम नहीं है, सदन में ओपन सब बैठते हैं तो यहां कैमरे लगाने से निजता का हनन कैसे हुआ। यहां सब बैठते हैं। यहां सबके सामने कार्यवाही होती है, ऐसे में कैमरे लगाने से निजता भंग का प्रश्न ही नहीं उठता।
जूली बोले- सदन में विपक्ष के ऊपर कैमरे लगाए
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि आज जिस तरह की परिस्थिति बनी, आपको टीकाराम जूली से दिक्कत है तो मत बोलने दो, लेकिन नेता प्रतिपक्ष के नाते मेरा मान-सम्मान है। आज दूसरा सवाल पूछा था उसकी अनुमति नहीं दी गई। 8 सितंबर को बिल पारित होते वक्त हमारे कुछ विधायकों को बोलते नहीं दिया गया, यह हमारा अधिकार है। हम लोगों की निजता का हनन करके केवल विपक्ष को टारगेट करने के लिए कैमरे लगाए गए हैं। हमारे ऊपर कैमरे लगाकर निगरानी की जा रही है। पर्सनल बातों को सुना जा रहा है। यदि कैमरे लगाए जाए तो इनको गतिविधि को यूट्यूब पर लाइव करिए। जब सब यूट्यूब पर लाइव किया जा रहा है तो हमारे ऊपर एक्स्ट्रा कैमरे लगाने की जरूरत कहां से पड़ गई? मुझे और मेरे विधायकों को यह बात बहुत फील हुई और इसलिए मैं यहां पर यह बात कह रहा हूं।
कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक बोले- विपक्ष की तरफ लगाए गए एक्स्ट्रा कैमरे हटाएं
कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा- विधानसभा में अतिरिक्त कमरे किसकी अनुमति से लगाए गए। जाहिर है विधानसभा सचिवालय बिना स्पीकर की अनुमति के कुछ नहीं कर सकता। यह केवल हमारा प्रश्न नहीं है।
इस तरह विधायकों की निष्ठा का हनन होता रहे और हम देखते रहे। यह परंपरा गलत है। इसका समाधान करना चाहिए और इन कैमरे को हटाना चाहिए।
भाजपा विधायक बोले- निजता का हनन बहाना, कुकृत्य छिपाने की कोशिश
भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने सदर में कांग्रेस विधायकों की तरफ एक्स्ट्रा कैमरे लगाए जाने के विवाद पर बड़ा आरोप लगाया। गोपाल शर्मा ने कहा- निजात तो एक बहाना है, सदन में यह धरना देते हैं, पैर दबवाते हैं। रात में कुकृत्य की कोशिश करते हैं, उसको छुपाने की कोशिश है।
इससे पहले ही सदन का माहौल तनावपूर्ण हो चुका था। प्रश्नकाल में विपक्षी नेता टीकाराम जूली को खानपुर अपराधों से जुड़ा पूरक सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी गई थी, जिससे नाराज कांग्रेस विधायक वेल में आकर विरोध कर चुके थे। नतीजतन सदन की कार्यवाही को तीन बार स्थगित करना पड़ा।
कार्यवाही पुनः शुरू होने पर टीकाराम जूली ने एक बार फिर सदन में विपक्ष के ऊपर कैमरे लगाने का विरोध दोहराया और कहा कि यह लोकतांत्रिक परंपराओं के विपरीत है।