चौमूं/जोधपुर। अमृता पर्यावरण संरक्षण मंच, चौमूं ने खेजड़ली (जोधपुर) मेले की द्वितीय ऐतिहासिक यात्रा निकालकर पर्यावरण चेतना की अलख जगाई।
मंच के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से भाग लेते हुए अमृता देवी स्मारक पर पहुँचे, अमृता देवी व 363 शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और वृक्षों की रक्षा, जल संरक्षण तथा स्वच्छ पर्यावरण का संदेश दिया। कार्यक्रम में अखंड कुंड में आहूति देकर विश्व शांति व मानवता के कल्याण की प्रार्थना भी की गई।
यात्रा का विशेष आकर्षण रंगमंच कलाकार सुनील सोगण की प्रस्तुति रही। उन्होंने नुक्कड़ नाटक में “ऑक्सीजन मास्क और पेड़” की प्रतीकात्मकता के माध्यम से बताया कि जीवन के लिए वृक्ष ऑक्सीजन का स्रोत हैं और व्यापक वृक्षारोपण ही स्थायी समाधान है। उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों को प्रकृति से जुड़ने और छोटे-छोटे व्यवहारिक कदम उठाने की प्रेरणा दी।
मेले में मंच की गतिविधियों को व्यापक सराहना मिली। उपस्थित श्रद्धालुओं और आगंतुकों ने मंच की पहल को अनुकरणीय बताते हुए पर्यावरण संरक्षण के अभियान को समर्थन देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मंच अध्यक्ष घनश्याम जांगिड़, रंगमंच कलाकार व मंच सचिव सुनील सोगण, उपाध्यक्ष शिवकांत शर्मा, प्रवक्ता लक्ष्मीकांत शर्मा, विक्की सैनी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। मंच ने संकल्प दोहराया कि जन-जागरण, पौधारोपण, जल–मृदा संरक्षण जैसे अभियानों को निरंतर गति दी जाएगी ताकि समाज में शिक्षा + सहभागिता + सतत कार्रवाई का त्रिकोण स्थापित हो।