जयपुर। राजस्थान की सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के बाद विवाद गहरा गया है। अदालत ने भर्ती को रद्द करते हुए नए पदों के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव दिया। इस आदेश से प्रदेशभर में सफल अभ्यर्थियों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने जयपुर, कोटा, अजमेर सहित कई जगहों पर आंदोलन शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों का कहना है कि जिन युवाओं ने ईमानदारी से मेहनत की और परीक्षा पास की, उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया गया है।
मामले पर कानून मंत्री जोगाराम पटेल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “कोर्ट ने एसआई भर्ती को रद्द नहीं किया है। कोर्ट ने केवल अपना ऑब्जर्वेशन सरकार को भेजा है। इस पर जांच की जाएगी और फिर राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) को भेजा जाएगा।”पटेल के इस बयान ने नए सिरे से बहस छेड़ दी है।
भर्ती निरस्त होने के बाद राजनीतिक दलों में भी बयानबाजी तेज हो गई है। लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और सांसद हनुमान बेनीवाल और कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के बीच श्रेय लेने को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई।
टीवी चैनल के लाइव शो में बेनीवाल ने मीणा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, “उन्होंने जब इस्तीफा दिया था, तब ट्वीट किया था – ‘रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाय पर वचन न जाई’। लेकिन इस्तीफा वापस ले लिया... तो हिसाब से प्राण त्याग देने चाहिए थे, पर वे ऐसा कर नहीं सकते।”
बेनीवाल ने खुद को ज्यादा लड़ाकू बताते हुए कहा कि वह भी ऐसी भाषा का प्रयोग कर सकते थे लेकिन उन्होंने रिश्तों का ख्याल रखा।
बेनीवाल ने कहा कि उनके और डॉ. किरोड़ी मीणा के लंबे रिश्ते रहे हैं लेकिन इस मसले पर वे पंचायती में कूद पड़े, जबकि उनका इससे लेना-देना नहीं था। “मैं उनसे आप-आप कहकर बात कर रहा था, मगर वे पंचायती में आ गए। उनको कौन पूछ रहा था?”
एसआई भर्ती पर विवाद और नेताओं के बीच गर्मागरम बहस के बावजूद अब डॉ. किरोड़ी लाल मीणा इस प्रकरण को पीछे छोड़ चुके हैं और आरएएस परीक्षा जैसे अगले मुद्दे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।