जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस नेताओं अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा और टीकाराम जूली पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब जनता के बीच अपना जनाधार खो चुकी है और केवल बयानबाजी एवं मीडिया सुर्खियों के सहारे राजनीति करने का प्रयास कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार के 20 माह के कार्यकाल में कांग्रेस किसी भी मुद्दे पर प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सकी। उनके धरने-प्रदर्शन में संख्या बल सैंकड़ों तक भी नहीं पहुंच पाया। अब कांग्रेसी नेता छात्रसंघ चुनाव, बेरोजगारी, पंचायती चुनाव और स्मार्ट मीटर जैसे मुद्दों पर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल में जो नाकामियां कीं, अब उसका ठिकरा भाजपा सरकार पर फोड़ने की कोशिश हो रही है।
छात्रसंघ चुनाव : यह गहलोत सरकार में ही बंद किए गए थे, लेकिन अब भाजपा पर आरोप मढ़े जा रहे हैं।
बेरोजगारी : गहलोत के समय राजस्थान की बेरोजगारी दर 32.5% तक पहुंच गई थी। वहीं पेपर लीक मामलों में गहलोत और डोटासरा की मिलीभगत से रिकॉर्ड बने।
पंचायत चुनाव : कांग्रेस सरकार में 23 माह तक अलग-अलग चरणों में चुनाव करवाए गए, अब वे भाजपा सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार में दिव्यांग वर्ग में भी फर्जीवाड़ा हुआ। 43 दिव्यांग नौकरियों पर 37 अयोग्य लोग नियुक्त पाए गए, जिनमें कोई अंधा बनकर तो कोई बहरा बनकर नौकरी कर रहा था। यहां तक कि गहलोत के सुरक्षा गार्ड तक पेपर लीक में शामिल पाए गए।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान राजस्थान अपराधों में शीर्ष पर था, लेकिन भजनलाल सरकार के 20 माह में प्रदेश की कानून-व्यवस्था काफी मजबूत हुई है। साथ ही, भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता लाते हुए अब तक 280 से अधिक परीक्षाओं का सफल आयोजन किया गया है।
स्मार्ट मीटर को लेकर चल रहे विवाद पर राठौड़ ने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने ही 2019 में अजमेर और जोधपुर डिस्कॉम में स्मार्ट मीटरिंग के कार्यादेश जारी किए थे।
गहलोत सरकार के समय ही प्रदेशभर में 5.50 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए गए थे।
कांग्रेस नेता अब विरोध कर रहे हैं, जबकि उस समय उन्होंने चुप्पी साधी हुई थी।
राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार के कुप्रबंधन से 2018-23 के बीच डिस्कॉम पर 88 हजार करोड़ से अधिक का कर्ज हो गया। जबकि भजनलाल सरकार ने फरवरी 2024 से निविदाएं जारी कर अप्रैल 2025 से स्मार्ट मीटर लगवाना शुरू किया। अब तक जयपुर, अजमेर और जोधपुर डिस्कॉम में 3.48 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर इंस्टॉल हो चुके हैं।