Thursday, 21 August 2025

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने आदिवासी गांव बरोड़ा में की रात्रि चौपाल: शिक्षा से ही गरीबी दूर होगी : बागडे


राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने आदिवासी गांव बरोड़ा में की रात्रि चौपाल: शिक्षा से ही गरीबी दूर होगी : बागडे

सलूंबर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे शनिवार को सलूंबर जिले के ग्राम बरोड़ा पहुंचे और वहां आयोजित रात्रि चौपाल में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने आदिवासी समाज से आत्मीय संवाद स्थापित किया। कार्यक्रम में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने लोक नृत्य प्रस्तुत कर राज्यपाल का अभिनंदन किया। राज्यपाल बागडे ने खाट पर बैठकर मेवाड़ की प्रसिद्ध गवरी नृत्य का आनंद लिया और भील समाज की नाट्य-नृत्य परंपरा के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

आत्मीय संवाद और जनकल्याणकारी योजनाओं पर जोर:राज्यपाल बागडे ने चौपाल में चारपाई पर बैठकर लाभार्थियों से सीधा संवाद किया और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने अधिकारियों को भी जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए संवेदनशीलता से कार्य करने के निर्देश दिए।

मेवाड़ की वीरभूमि और आदिवासी समाज का योगदान: राज्यपाल बागडे ने कहा कि मेवाड़ की धरती वीरों की धरती है और आदिवासी समाज ने महाराणा प्रताप को मुगलों के खिलाफ युद्ध में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे महान योगदान को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।

शिक्षा ही प्रगति का मार्ग: राज्यपाल बागडे ने ग्रामीणों को प्रेरित करते हुए कहा कि गरीबी को मिटाने का एकमात्र उपाय शिक्षा है। उन्होंने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने पर जोर दिया और कहा कि विवाह से पहले बच्चों को पढ़ाई पूरी करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कहावत है “पुत सिखावे पालने”, यानी बच्चा पालने से ही सीखना प्रारंभ करता है।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा आवासीय विद्यालय और छात्रावास बनाए गए हैं, जिनका अधिकतम लाभ उठाकर यहां के बच्चे भी बड़े अधिकारी बन सकते हैं।

नशामुक्ति और आत्मविश्वास पर बल: राज्यपाल बागडे ने कहा कि आदिवासी समाज किसी से कम नहीं है, बस आत्मविश्वास के साथ शिक्षा प्राप्त करें। उन्होंने आमजन से नशे और व्यसन से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और आरोग्य योजना जैसी योजनाएं गरीब और आदिवासी समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने का माध्यम हैं।


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