ब्यावर। सम्राट पृथ्वीराज चौहान वंशीय राजस्थान चीता मेहरात (हिन्दू) मगरा मेरवाड़ा महासभा ने अपने स्वधर्म और स्वाभिमान की रक्षा तथा धर्मांतरण के विरोध में एक विशाल आक्रोश रैली आयोजित करने का आह्वान किया है। यह रैली 22 अगस्त 2025, शुक्रवार को दोपहर 1:30 बजे सनातन धर्म महाविद्यालय मैदान से शुरू होकर जिला कलेक्टर कार्यालय, ब्यावर तक जाएगी।
इस आयोजन में महासभा ने समस्त हिन्दू समाज, विशेषकर रावत राजपूत समाज से व्यापक भागीदारी का आग्रह किया है। महासभा की प्रमुख मांगों में शामिल है—राजस्थान सरकार द्वारा चीता मेहरात घोड़ा जाति को मुस्लिम जाति सूची से तत्काल हटाना, व्यक्तिगत शपथ पत्र के आधार पर मिलने वाले आजीवन अल्पसंख्यक प्रमाण पत्र को समाप्त करना और 4 पीढ़ी के सज़ा रिकॉर्ड की जांच के बाद ही प्रमाण पत्र देना, भीलपुरा (मस्जिद) में बने अल्पसंख्यक छात्रावास में सभी समाज के विद्यार्थियों को प्रवेश, बाहरी मुल्ला मौलवियों को क्षेत्र से बाहर करना और धर्मांतरण विरोधी कठोर कानून बनाना।
आयोजकों ने स्पष्ट किया कि इस पहल का उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखना है। महासभा ने नारा दिया—“सत्य सनातन धर्म की जय, कुलदेवी आशापुरा माता की जय, सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जय।”