पूर्व कानून मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की रहस्यमयी अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देकर इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उसके बाद से उनकी कोई सूचना नहीं है। सिब्बल ने कहा, “हमने ‘लापता लेडीज़’ का नाम सुना है, लेकिन यह पहली बार है कि हमने 'लापता उपराष्ट्रपति' नाम सुना है।”
सिब्बल ने कहा कि इस्तीफे के अगले दिन उन्होंने कई प्रयास किए पर वो संपर्क नहीं कर पाए। उनके अवरुद्ध संपर्क और आधिकारिक ठिकानों पर अनुपस्थिति ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। सिब्बल ने गृह मंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि वे सार्वजनिक रूप से स्पष्टता प्रदान करें—क्या धनखड़ सुरक्षित हैं, उनका इलाज कहीं हो रहा है या नहीं, और उनकी मौजूदा स्थिति क्या है?
सिब्बल ने यह पूछने से भी नहीं हिचकिचाए कि क्या या तो हाबियस कॉर्पस याचिका दायर करनी पड़े या FIR की आवश्यकता हो सकती है। उनका कहना था कि यह स्थिति कहीं अन्य देशों में ही देखने को मिलती है—भारत में ऐसा घटना पहले नहीं हुई है। जनता को यह जानने का अधिकार है कि एक पूर्व उपराष्ट्रपति कहां हैं।