जयपुर। लगभग 6 साल के लंबे इंतजार के बाद जयपुर में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को मंजूरी मिल गई है। पहली बारजयपुर में एक ही साल में 750 नई बसें शामिल होंगी, जिससे यात्रियों को हर 5 मिनट में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अहम प्रोजेक्ट के तहत यह पहल मेट्रो विस्तार के साथ मिलकर राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की समस्या को काफी हद तक खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम है। सीएम ने इसके लिए दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों और जयपुर में अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें की हैं।
3 फेज में आएंगी बसें – 300 CNG और 450 EV: योजना के तहत शुरुआत में 150 इलेक्ट्रिक बसें अगले 6 महीनों में आएंगी, इसके बाद 300 सीएनजी बसों की डिलीवरी होगी।
प्रथम फेज: केंद्र की FAME योजना के तहत प्रदेश को 675 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी।
सेकंड फेज: सीएम की मांग पर शहरी मंत्रालय ने अतिरिक्त 425 इलेक्ट्रिक बसें देने का आश्वासन दिया है, जिनमें से 300 जयपुर, 50 बीकानेर, 50 अलवर और 25 जोधपुर को मिलेंगी।
फर्स्ट और सेकंड फेज पूरा होने के बाद जयपुर के पास कुल 450 इलेक्ट्रिक बसें होंगी। 300 सीएनजी बसों को मिलाकर एक साल में शहर में बसों की संख्या 120 से बढ़कर 870 हो जाएगी।
सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी:300 सीएनजी बसों के लिए एलओआई जारी कर दी गई है। इनका संचालन सांगानेर डिपो से किया जाएगा, जबकि इलेक्ट्रिक बसों का संचालन बगराना और टोडी डिपो से होगा। दोनों डिपो पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का निर्माण शुरू हो चुका है। वर्तमान में 200 लो फ्लोर बसें चल रही हैं, जिनमें से 80 बसें अगले महीने कबाड़ हो जाएंगी।
प्रदेश में एक साल में होंगी 1100 इलेक्ट्रिक बसें: राजस्थान में एक साल के भीतर 1100 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हो जाएंगी। इनमें से 675 बसों का एग्रीमेंट कंपनी के साथ हो चुका है और 425 बसों का आश्वासन केंद्र ने दिया है। इन बसों का संचालन जयपुर के साथ जोधपुर, उदयपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर, भीलवाड़ा और अलवर में भी किया जाएगा। जेसीटीएसएल के एमडी नारायण सिंह के अनुसार, 3-4 माह में नई सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।