Friday, 08 August 2025

नाथों की बगीची में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती का पदार्पण, गुरु-शिष्य परंपरा और सनातन धर्म संरक्षण का आह्वान


नाथों की बगीची में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती का पदार्पण, गुरु-शिष्य परंपरा और सनातन धर्म संरक्षण का आह्वान

अजमेर, पुष्कर रोड। अखिल भारतीय महानिर्वाणी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती का भव्य पदार्पण पुष्कर रोड स्थित नाथों की बगीची में हुआ। उनके आगमन पर महंत गोवर्धन नाथ और सनातन धर्म रक्षा संघ अजय मेरु राजस्थान के अध्यक्ष व पूर्व न्यायाधीश अजय शर्मा ने पुष्पमालाओं और वैदिक रीति से स्वागत व अभिनंदन किया।

कार्यक्रम में उपस्थित संतों, श्रद्धालुओं और धर्म प्रेमियों को संबोधित करते हुए स्वामी विशोकानंद भारती ने कहा कि गुरु और शिष्य का संबंध केवल आज्ञा पालन का होता है। शिष्य जब तर्क, वितर्क और अपनी समझ से परे जाकर गुरु की आज्ञा का पालन करता है, तभी वह सिद्धि की ओर बढ़ता है।"

उन्होंने यह भी कहा कि गुरु के आदेश में ही आत्मकल्याण छिपा होता है, और यही सनातन परंपरा की आत्मा है।

धर्म और संस्कृति संरक्षण पर जोर:कार्यक्रम में अजय शर्मा ने कहा किसंत ही धर्म के पालनहार होते हैं। धर्म केवल सनातन है, बाकी सभी संप्रदाय हैं। वर्तमान समय में संत, संस्कार और संस्कृति को विधर्मियों से बचाना ही हमारी वास्तविक आवश्यकता बन चुकी है।

उन्होंने संतों के महत्व और समाज में उनकी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि सनातन धर्म का संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आश्रम के महंत राम प्रकाश राजू साईं सहित अनेक संतों और आध्यात्मिक गुरुओं ने भी उपस्थिति दर्ज कराई और धर्म-संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट रहने का संदेश दिया।

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