जयपुर। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व नव नियुक्तवित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ.अरुण चतुर्वेदी ने बुधवार को राज्य वित्त आयोग अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने जयपुर स्थित वित्त भवन में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा की उपस्थिति में कार्यभार संभाला।
पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ.अरुण चतुर्वेदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 2018 में बीजेपी सरकार ने प्रदेश को सरप्लस (अधिशेष) स्थिति में छोड़ा था, लेकिन 2023 में कांग्रेस सरकार के बाद राज्य को घाटे की स्थिति में पाया गया। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार कुशल वित्तीय प्रबंधन कर रही है और केन्द्र सरकार के सहयोग से नगर निकायों और पंचायतों की वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ किया जाएगा।
छह दिन पहले हुई थी नियुक्ति:
गौरतलब है कि प्रदेश में आगामी निकाय चुनावों से पहले भजनलाल सरकार ने महत्वपूर्ण राजनीतिक नियुक्तियां करते हुए अरुण चतुर्वेदी को राज्य वित्त आयोग का अध्यक्ष और रिटायर्ड IAS नरेश ठकराल को आयोग का सदस्य नियुक्त किया था। दोनों की नियुक्ति की अधिसूचना छह दिन पहले वित्त विभाग द्वारा जारी की गई थी। अध्यक्ष का कार्यकाल डेढ़ वर्ष निर्धारित किया गया है।
“योग्य व्यक्ति को मिला सही पद”:
कार्यक्रम में मौजूद उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि “योग्य व्यक्ति को यथायोग्य पद सौंपा गया है।” उन्होंने कहा कि अरुण चतुर्वेदी एक सुलझे हुए बुद्धिजीवी हैं, जिनके अनुभव और नेतृत्व से राज्य के वित्तीय प्रबंधन को नई दिशा मिलेगी।
इस अवसर पर स्वायत शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा, विधायक बालमुकुंदाचार्य, हरलाल सहारण, जयपुर ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर, भाजपा उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ सहित कई गणमान्य नेता एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।