Friday, 08 August 2025

कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा बोले: ‘नरेश मीणा से मिलने पर दिल्ली से फोन आ गया, लेकिन मैं दबने वालों में नहीं’


कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा बोले: ‘नरेश मीणा से मिलने पर दिल्ली से फोन आ गया, लेकिन मैं दबने वालों में नहीं’

जयपुर। राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने बुधवार शाम राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित बिरसा मुंडा सम्मान समारोह में अपने स्पष्ट और बेबाक अंदाज़ में सरकार और प्रशासनिक तंत्र के कुछ पहलुओं पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वे किसानों के हक में किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं, चाहे इसके लिए उन्हें राजनीतिक चेतावनियां ही क्यों न झेलनी पड़ें।

दिल्ली से आया था फोन, लेकिन मैंने दबाव नहीं झेला: कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने मंच से खुलासा किया कि वे कुछ समय पहले नरेश मीणा से जेल में मिलने गए थे, जिसके तुरंत बाद दिल्ली से उन्हें फोन आया।

“मुझसे कहा गया कि नरेश मीणा सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है, आप उससे मिलने क्यों जा रहे हो?”
इस पर मंत्री ने जवाब दिया, “मैं तो खुले में मिलने गया, तुम तो उसे चुपचाप चुनाव लड़वा रहे हो। अब मेरी यह बात सब जगह जाएगी, फिर डांट पड़ेगी कि मंत्री होकर ऐसे भाषण दे रहे हो।”

किसानों के साथ धोखा बर्दाश्त नहीं: कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने कहा,“जो किसान के साथ धोखा करेगा, मैं उसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। इतनी तो मेरी धाक है कि अच्छे-अच्छे मुझे रोकने की हिम्मत नहीं करते। मैं झुकने वालों में नहीं, मेरा रुतबा अलग है।”

अफसरों की तुलना मछली से: कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने चाणक्य के कथन का उद्धरण देते हुए कहा,“जैसे तैरती मछली कब पानी पी जाए, पता नहीं चलता। वैसे ही अफसर कब पैसा खा जाएं, पता नहीं चलता।”

उन्होंने आगे जोड़ा,“मछली हमेशा पानी की दिशा के विरुद्ध तैरती है। हम मीन भगवान के वंशज हैं, पानी के प्रवाह के विरुद्ध चलना हमारे डीएनए में है।”

भैरोंसिंह शेखावत का भी किया जिक्र: कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ीलाल मीणा ने पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत से जुड़ा एक संस्मरण साझा करते हुए कहा एक बार शेखावत साहब ने कहा कि तू तो हमेशा उल्टा ही चलता है। मैंने उन्हें समझाया कि मछली का स्वभाव ही है पानी के खिलाफ चलना, और हम उसी वंश से हैं।”


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