जयपुर। जयपुर में मेट्रो रेल का दायरा अब 5 साल में चार गुना बढ़ने जा रहा है। सेकंड फेज पूरा होने के बाद जयपुर मेट्रो का नेटवर्क 11 किमी से बढ़कर 59 किमी हो जाएगा, जिससे शहर के अजमेर रोड, प्रहलादपुरा, टोडी मोड़ से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर और बड़ी चौपड़ तक का सफर आसान और तेज हो जाएगा।
दो फेज, दो लाइनें और 36 स्टेशन:फेज-1: अजमेर रोड (200 फीट बायपास) से ट्रांसपोर्ट नगर तक,फेज-2: प्रहलादपुरा से टोडी मोड़ तक कुल 36 स्टेशन बनेंगे, जिनमें 34 एलिवेटेड और 2 अंडरग्राउंड होंगे (एयरपोर्ट और सांगानेर)।यह विस्तार 12260 करोड़ रुपए की लागत से होगा और 5 वर्षों में पूरा किया जाएगा।
इंटरचेंज सुविधा: चांदपोल और खासा कोठी:नए फेज में यात्रियों को मेट्रो बदलने के लिए दो महत्वपूर्ण इंटरचेंज पॉइंट मिलेंगे:
चांदपोल स्टेशन: यहां अंडरग्राउंड से फर्स्ट फ्लोर पर आकर यात्री लाइन बदल सकेंगे।
खासा कोठी: यहां 650 मीटर लंबा फुट ओवरब्रिज बनेगा, जिसमें ट्रैक्लेटर की सुविधा होगी ताकि यात्रियों को पैदल चलना न पड़े।
मेट्रो से शहर का यातायात जाल बनेगा और मजबूत:मेट्रो की स्पर लाइन गवर्नमेंट हॉस्टल और चांदपोल के बीच बनेगी ताकि यात्रियों को दोनों फेज की सुविधा मिल सके।इस इंटरचेंज के जरिए यात्री ट्रांसपोर्ट नगर, मानसरोवर, प्रहलादपुरा, टोडी मोड़ जैसे इलाकों तक आसानी से पहुंच सकेंगे।सीतापुरा में बनेगा नया मेट्रो डिपो: फेज-2 का संचालन सीतापुरा डिपो से किया जाएगा। 2055 तक मेट्रो की अनुमानित राइडरशिप 5.5 लाख यात्रियों प्रतिदिन तक पहुंचने की उम्मीद है।
यात्रियों की जरूरतों पर आधारित योजना:कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार:75% यात्रियों की आवाजाही सीकर, अजमेर और दिल्ली रोड की ओर होती है।प्रतिदिन 30.73 लाख लोग नॉर्थ-साउथ दिशा में और 20.82 लाख लोग ईस्ट-वेस्ट दिशा में सफर करते हैं।मेट्रो विस्तार इन्हीं ट्रैफिक पैटर्न को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।