बाड़मेर जिले के बरियाड़ा और खोडाल गांवों में सोलर कंपनियों द्वारा खेजड़ी वृक्षों की अवैध कटाई और रात के अंधेरे में उन्हें जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों के साथ शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी स्वयं उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे और प्रशासन से तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग की।
घटना की गंभीरता को देखते हुए विधायक भाटी, प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों ने रविवार सुबह घटनास्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कटे हुए खेजड़ी के पेड़ों की जल चुकी राख बरामद हुई, जिससे इस बात की पुष्टि हुई कि रात में पेड़ों को जलाकर सबूत नष्ट करने की कोशिश की गई थी। विधायक भाटी ने विरोधस्वरूप राख पर सोने का फैसला लिया, जिससे उनका विरोध और गहरा गया।
मौके पर उपस्थित डीएसपी मानाराम गर्ग से विधायक ने तीखा सवाल किया— “रात भर यहां आग जलती रही, खेजड़ी के पेड़ों को जलाया गया, लेकिन आपकी पुलिस को भनक तक नहीं लगी। गश्त में तैनात चेतक पुलिस कहां थी? क्या चेतक गाड़ी खेलने के लिए दी है?” उन्होंने सवाल उठाया कि पूरी रात पेड़ जलते रहे और पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं हुई, इससे गश्त और प्रशासनिक निगरानी पर गंभीर सवाल उठते हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि सोलर कंपनियों द्वारा पर्यावरणीय मानकों की अवहेलना की जा रही है और खेजड़ी जैसे पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण पेड़ों को काटकर प्राकृतिक विरासत को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।