बाड़मेर जिले के महाबार क्षेत्र में 24-25 जुलाई की रात हुई फॉर्च्यूनर कार से फायरिंग और जानलेवा हमले के सनसनीखेज मामले का बाड़मेर सदर पुलिस ने सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीना के निर्देश पर गठित डीएसटी और सदर थाना पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी ओमप्रकाश पुत्र शेराराम जाट (24) निवासी सदर बाड़मेर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना में शामिल दो अन्य आरोपियों — स्वरूप उर्फ स्वरूपाराम जाट और नरपत कुमार जाट — को भी नामजद किया है, जो अभी फरार हैं।
पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीमें गठित कर तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचनाओं के आधार पर जांच शुरू की गई थी। गिरफ्तार आरोपी ओमप्रकाश ने पूछताछ में खुलासा किया कि फायरिंग की वारदात स्वरूपाराम द्वारा की गई थी और फॉर्च्यूनर वाहन भी उसी का था।
मुख्य आरोपी स्वरूपाराम, जो कि धोरीमन्ना थाने का हार्डकोर अपराधी और हिस्ट्रीशीटर है, एनडीपीएस एक्ट के तहत जोधपुर के डांगियावास थाने में दर्ज मामले में ₹25,000 का इनामी है और लंबे समय से फरार चल रहा है। वहीं, नरपत कुमार के खिलाफ भी एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत सात गंभीर मामले दर्ज हैं।
घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्यों और ओमप्रकाश की स्वीकारोक्ति के आधार पर पुलिस ने अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि इन तीनों अपराधियों के खिलाफ संगठित अपराध, मादक पदार्थ तस्करी, अवैध हथियार और जानलेवा हमले जैसी गंभीर धाराओं में कठोर कार्रवाई की जाएगी।