श्रीगंगानगर। ऑनलाइन गेमिंग की लत ने एक युवक को इतना अंधा बना दिया कि उसने अपनों का ही खून कर डाला। वार्ड 12, पुरानी आबादी क्षेत्र में 86 वर्षीय वृद्धा द्रोपती देवी की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके पोते मनीष चुघ (24) को गिरफ्तार किया है। आरोपी मनीष को एविएटर गेम की लत थी और वह करीब दो लाख रुपए हार चुका था, जिस कारण वह कई लोगों से कर्ज में डूब गया था। पुलिस ने बताया कि दादी अक्सर उसे मोबाइल गेम न खेलने और काम पर जाने की नसीहत देती थीं, जिससे मनीष चिढ़ गया था।
घटना वाले दिन भी मनीष को गेम में 10–15 हजार रुपए का नुकसान हुआ था। तनाव और आक्रोश में आकर उसने अपनी दादी की हत्या कर दी और फिर खुद ही थाने पहुंचकर झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई कि कोई अज्ञात व्यक्ति हत्या कर गया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि जांच के बाद मनीष की कहानी झूठी पाई गई। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल की।
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतका के झुमके, चोरी के गहने और नकद रुपए बरामद कर लिए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मनीष पहले गेम में कुछ रुपये जीत गया था जिससे उसे लत लग गई। बाद में जब वह लगातार हारने लगा तो दोस्तों, मामा और लोन ऐप्स से करीब दो लाख रुपये कर्ज लिया, जिसे चुकाने का कोई जरिया नहीं बचा। आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव ने उसे इस क्रूर हत्याकांड को अंजाम देने के लिए उकसाया।