टोंक जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने मंगलवार को अमृत योजना के तहत चल रहे प्रगतिरत कार्यों का निरीक्षण किया, जिसमें धन्ना तलाई में 85 लाख रुपये की लागत से बन रहे ट्रीटमेंट प्लांट में अनियमितताओं पर नाराजगी जताई। कलक्टर ने प्लांट के हौज में पहले ही दरारें देखीं और निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए। ब्ल्यू प्रिंट की अनुपलब्धता पर एसडीएम ने नगर परिषद के अभियंताओं को सख्त फटकार लगाई। जलकुंभी हटाने के काम की धीमी गति पर भी कलक्टर ने नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए कि जनता को जलभराव और गंदे पानी की समस्या से जल्द राहत मिले।
रेल लाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष अकबर खान द्वारा ट्रीटमेंट प्लांट के गंदे पानी को निकटवर्ती केनाल में छोड़ने की मांग पर कलक्टर ने स्वयं केनाल का निरीक्षण किया और उसकी सफाई व्यवस्था पर अधिकारियों से जवाब तलब किया। निरीक्षण के दौरान नगर परिषद आयुक्त हुक्मीचंद रोहलानिया, अभियंता फतेह सिंह, चम्पा चौधरी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
इसके अलावा कलक्टर ने खेल स्टेडियम में विधायक सचिन पायलट के कोटे व नगर परिषद के संयुक्त खर्च से बनाए गए सिंथेटिक ट्रैक व इंडोर स्टेडियम का भी अवलोकन किया। उन्होंने इसे टोंक के खिलाड़ियों के लिए बड़ी सौगात बताते हुए निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि टोंक जिले में "पंच गौरव" योजना के तहत एथलेटिक्स को प्रमुख खेल के रूप में चुना गया है।
डिपो क्षेत्र की अन्नपूर्णा रसोई में अचानक पहुंचकर कलक्टर ने भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए स्वयं भोजन किया और सब्जियों की गुणवत्ता में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने रोजाना आने वाले लोगों की संख्या, साफ-सफाई और मेन्यू की जानकारी भी ली।
इसके अलावा, डाईट रोड स्थित निर्माणाधीन एसटीपी प्लांट का भी निरीक्षण किया गया, जो नगर परिषद टोंक के बाहरी क्षेत्रों की कॉलोनियों की सीवरेज समस्या का समाधान करेगा। अभियंताओं ने बताया कि 5 एसटीपी और 2 एमडब्ल्यूपीएस प्लांट्स लगभग 123 किलोमीटर क्षेत्र को कवर करेंगे और 24 माह की समयसीमा में पूर्ण किए जाएंगे।