राजस्थान विधानसभा ने बीएपी विधायक जय कृष्ण पटेल से जुड़े रिश्वत प्रकरण के मामले में पुलिस रिकॉर्ड मांगा है। उन पर विधानसभा में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है, जिस पर अब सदन की निगरानी बढ़ गई है। विधानसभा सचिवालय ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं कि यह रिकॉर्ड अगस्त अंत तक हर हाल में उपलब्ध कराया जाए।
विधानसभा की सदाचार समिति इस मामले की समीक्षा करेगी। यदि समिति को यह आरोप विधानसभा की गरिमा के प्रतिकूल प्रतीत होते हैं, तो विधायक जय कृष्ण पटेल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है। सदाचार समिति के अध्यक्ष विधायक कैलाश वर्मा की अध्यक्षता में मई और जून माह में इस मुद्दे पर दो बैठकें हो चुकी हैं। पहली ही बैठक में स्पष्ट कर दिया गया था कि पुलिस रिकॉर्ड तीन महीने के भीतर उपलब्ध कराया जाए।
अब जुलाई में एक और बैठक प्रस्तावित है जिसमें गृह विभाग से जुड़े पहलुओं की समीक्षा की जाएगी। समिति द्वारा तैयार की गई अंतिम रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंपी जाएगी, जिसे बाद में सदन के पटल पर रखा जाएगा। रिपोर्ट पर सदस्यों की राय लेने के बाद ही आसन द्वारा कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।