जोधपुर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनके गृह जिले जोधपुर में एक सरकारी स्कूल की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने से जिला प्रशासन ने रोक दिया। उद्घाटन समारोह 27 जून को प्रस्तावित था, जिसकी जानकारी गहलोत ने स्वयं सोशल मीडिया पर साझा की थी। लेकिन इसके कुछ घंटों बाद ही जोधपुर जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि उद्घाटन शिक्षामंत्री मदन दिलावर द्वारा किया जाएगा।
गहलोत ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “हमने ही यह कार्यक्रम रद्द किया है। अगर बीजेपी के लोग होते तो वे झगड़ा कर लेते, लेकिन हम ऐसा नहीं करते।” उन्होंने कहा कि यह स्कूल कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हुआ, उसके बाद उसका निर्माण शुरू हुआ और अब जब यह तैयार हुआ है तो उद्घाटन से रोकना दुर्भाग्यपूर्ण और अलोकतांत्रिक है।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने यह भी कहा कि स्कूल और अस्पताल जैसे संस्थान राजनीतिक स्वार्थ से ऊपर होते हैं और इनका लोकार्पण कोई भी जनप्रतिनिधि करे, जनता को सुविधा मिलनी चाहिए। “मैं इस विषय को विवाद नहीं बनाना चाहता, इसलिए हमने स्वयं इस कार्यक्रम को रद्द किया।”
इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य में राजनीतिक टकराव और सत्ता के दुरुपयोग पर एक बार फिर चर्चा को जन्म दिया है। कांग्रेस ने इसे पूर्व मुख्यमंत्री का अपमान बताते हुए बीजेपी सरकार पर राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित निर्णय लेने का आरोप लगाया है, वहीं प्रशासनिक पक्ष का कहना है कि चूंकि भवन का निर्माण वर्तमान शासनकाल में पूर्ण हुआ, इसलिए यह वर्तमान शिक्षा मंत्री द्वारा उद्घाटित किया जाएगा।