राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अपनी बर्लिन यात्रा के दौरान सोमवार को रामकृष्ण मिशन केंद्र के प्रतिष्ठित बेलूर मठ का अवलोकन किया। यह केंद्र यूरोप में वेदांत गेसेल शाफ्ट संस्था द्वारा संचालित है और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से भारतीय दर्शन एवं अध्यात्म के प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहा है।
इस दौरान देवनानी ने स्वामी बनेशानंद से शिष्टाचार भेंट की और दोनों के बीच अद्वैत वेदांत, सनातन संस्कृति, ध्यान, योग, और आधुनिक जीवन में अध्यात्म की आवश्यकता जैसे विषयों पर गहन संवाद हुआ। श्री देवनानी ने इस मुलाकात को "आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण और जीवन-दृष्टि को व्यापक बनाने वाला" अनुभव बताया।
उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मिशन का यह यूरोपीय केंद्र न केवल भारतीय अध्यात्म का प्रकाशस्तंभ है, बल्कि यह बौद्धिक चिंतन, मानव सेवा, और आत्म-जागरूकता के त्रिवेणी संगम के रूप में कार्य कर रहा है। यहाँ भारत की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जा रहा है।
देवनानी ने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से चल रहे इस मिशन के प्रयास भारत और यूरोप के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सेतु का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इस केंद्र को "आध्यात्मिक तीर्थ" बताते हुए कहा कि यहाँ आकर व्यक्ति केवल भारतीय दर्शन से नहीं, बल्कि आत्ममंथन और मानवता की सेवा के उच्चतम मूल्यों से भी जुड़ता है।