बाड़मेर के धोरीमन्ना के बोर चारणान गांव का होनहार छात्र जयप्रकाश जाट, जो अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था, की अहमदाबाद विमान हादसे में मौत हो गई। जयप्रकाश उस समय मेडिकल हॉस्टल की मेस में भोजन कर रहा था, जब दुर्घटनाग्रस्त विमान हॉस्टल की इमारत पर आ गिरा। घायल जयप्रकाश को तुरंत सिविल अस्पताल, अहमदाबाद ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। बताया गया है कि उसके शरीर का 30 फीसदी हिस्सा जल गया था।
शुक्रवार को जयप्रकाश का शव पैतृक गांव लाया गया, जहां गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जैसे ही शव घर पहुंचा, मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया और पूरे गांव की आंखें नम हो गईं। आसपास के ग्रामीण, समाजजन और प्रशासनिक अधिकारी शोक व्यक्त करने पहुंचे।
जयप्रकाश बचपन से ही पढ़ाई में होशियार था। उसके चचेरे भाई मंगलाराम ने बताया कि जयप्रकाश के पिता धर्माराम जाट खेती के साथ बालोतरा की एक फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। बेटे की पढ़ाई के लिए उन्होंने कर्ज लेकर कोटा से कोचिंग करवाई थी। जयप्रकाश ने नीट परीक्षा में 675 अंक प्राप्त कर बी.जे. मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाया था। परिवार का सपना था कि वह डॉक्टर बनकर गांव के लोगों की सेवा करे।
हादसे के वक्त वह साथियों के साथ बाहर नहीं गया। परिजनों ने बताया कि जयप्रकाश के दोस्त लाइब्रेरी से लौटकर आम लाने बाहर जा रहे थे, लेकिन जयप्रकाश ने कहा कि वह खाना खाकर बाद में जुड़ेगा। इसी दौरान दुर्घटना हो गई और उसकी जान चली गई।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खुद फोन कर जताया दुख: जैसे ही हादसे की जानकारी मिली, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मृतक के पिता को फोन कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया। प्रशासन ने भी संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित रूप से शव गांव तक पहुंचाया।
जयप्रकाश की मौत ने राज्यभर के लोगों को झकझोर दिया है। यह घटना न केवल एक होनहार छात्र की असमय मृत्यु है, बल्कि एक गरीब किसान परिवार के सपनों का टूट जाना भी है।