


राजस्थान में गुर्जर समाज द्वारा आरक्षण और अन्य मांगों को लेकर रविवार को भरतपुर जिले के पीलूपुरा स्थित कारवारी शहीद स्मारक पर बुलाई गई महापंचायत के बाद आंदोलन ने नया मोड़ ले लिया। महापंचायत समाप्त होने के तुरंत बाद बड़ी संख्या में समाज के लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए और कोटा-मथुरा पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया।
सरकार की ओर से आंदोलनकारियों को मांगों पर आधारित एक ड्राफ्ट भेजा गया था, जिसे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने समाज के बीच पढ़कर सुनाया। हालांकि, ड्राफ्ट पढ़ने और महापंचायत समाप्त करने के बावजूद समाज के लोगों में असंतोष बना रहा, जिसका परिणाम ट्रेनों की रोकथाम के रूप में सामने आया।
इससे पहले गुर्जर समाज ने सरकार को दोपहर 12 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने महापंचायत से पहले कहा था कि जब सरकार बिना किसी महापंचायत और आंदोलन के टेबल पर बात करने को तैयार है, तब आंदोलन की जरूरत ही क्यों? बावजूद इसके, समाज के लोगों ने असहमति जताते हुए ट्रैक पर प्रदर्शन किया, जिससे राज्य में एक बार फिर आरक्षण आंदोलन की स्थिति गहराने लगी है।