



नई दिल्ली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में राजस्थान के भरतपुर जिले के गंगौरा गांव (पहाड़ी, डीग) निवासी कासिम (32) पुत्र महमूदा नक्कस को गिरफ्तार किया है। कासिम पर आरोप है कि वह भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को भेजता था।
पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे: दिल्ली पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कासिम दो बार पाकिस्तान गया था — पहली बार अगस्त 2024 और दूसरी बार मार्च 2025 में। वह करीब 90 दिनों तक पाकिस्तान में रुका और वहां ISI से बाकायदा जासूसी की ट्रेनिंग ली।
कासिम को ISI के वरिष्ठ अधिकारियों और हैंडलर्स ने लगभग एक महीने तक गुप्त प्रशिक्षण दिया। वह ताबीज बनाने का काम करता था, जिसे वह जासूसी की आड़ में छिपाने के लिए उपयोग करता था।
भारत में कई लोगों को रेडिकलाइज करने का आरोप: पुलिस के अनुसार, कासिम ने भारत में कई लोगों को रेडिकलाइज किया है। इन संदिग्धों की पहचान की जा रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।
पीआईओ से कनेक्शन और सिम कार्ड सप्लाई का खुलासा: कासिम ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कुछ लोगों को सिम कार्ड मुहैया कराए, जिनके माध्यम से वे PIO (Pakistan Intelligence Operatives) के संपर्क में आए और ISI के लिए कार्य कर सके।
कासिम का भाई भी संदेह के घेरे में: पुलिस ने यह भी बताया कि कासिम के भाई पर भी कई आरोप हैं और वह फरार है। उसे पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। इस गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा खुफिया ऑपरेशन माना है, क्योंकि कासिम लंबे समय से सेना से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा कर ISI को भेज रहा था, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता था।