Saturday, 13 December 2025

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भैरोंसिंह शेखावत स्मृति लाइब्रेरी का किया उद्घाटन, भारत की कूटनीतिक विजय और वैश्विक ताकत बनने की दिशा पर दिया जोर


उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भैरोंसिंह शेखावत स्मृति लाइब्रेरी का किया उद्घाटन, भारत की कूटनीतिक विजय और वैश्विक ताकत बनने की दिशा पर दिया जोर

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुवार को जयपुर पहुंचे जहां उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोंसिंह शेखावत की स्मृति में निर्मित "भैरोंसिंह शेखावत स्मृति पुस्तकालय" का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने देश की वर्तमान राजनयिक और सामरिक स्थिति, प्रधानमंत्री के नेतृत्व, और शेखावत जी के प्रेरणादायक जीवन पर गहन विचार साझा किए।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि आज का भारत केवल सीमाओं पर युद्ध नहीं लड़ रहा, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बड़ी कूटनीतिक लड़ाई भी सफलतापूर्वक लड़ रहा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जल समझौते को लेकर हमने दुनिया को साफ संदेश दिया कि जब तक हालात सामान्य नहीं होंगे, कोई पुनर्विचार नहीं होगा। यह एक साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय है।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भारत की सामरिक शक्ति की ओर भी संकेत किया और कहा कि प्रधानमंत्री को जब लगा कि भारत की अस्मिता को ललकारा गया है, उन्होंने बिहार की धरती से संदेश दिया और उस पर पूरी तरह खरे उतरे। आज दुनिया जान चुकी है ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल का अर्थ क्या होता है।

उन्होंने भारत की तेजी से बढ़ती वैश्विक स्थिति पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि आज हम दुनिया की चौथी महाशक्ति हैं और जल्द ही तीसरी महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर हैं। विश्व भारत की अर्थव्यवस्था और कूटनीति का लोहा मान रहा है।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भैरोंसिंह शेखावत को एक आदर्श जननेता बताते हुए कहा कि वे सिर्फ पद से नहीं, विचारों और कार्यों से परिचित थे। उन्होंने याद किया कि जब शेखावत उपराष्ट्रपति थे, तब उन्होंने सभी सांसदों को अपनी संपत्ति सार्वजनिक करने के लिए बाध्य किया था, जो राजनीतिक पारदर्शिता का अभूतपूर्व उदाहरण था।

भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं अपने जीवन में अनिश्चय की स्थिति में था, तब भैरोंसिंह जी ने मुझे झुंझुनूं से चुनाव लड़ने को कहा। मंत्रिपरिषद में नाम न आने की हताशा के समय भी उन्होंने मुझे ताकत दी। आज तक कोई वर्ष ऐसा नहीं गया, जब मैं उनके दर्शन करने न गया हो।”

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी सीख उनकी पुस्तकों में थी, जो अब इस पुस्तकालय में उपलब्ध हैं और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।

इस दौरान कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सहित बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे।

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