जयपुर भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के मद्देनज़र राजस्थान सरकार ने सुरक्षा के मोर्चे पर कमर कस ली है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में गृह विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में सीमावर्ती जिलों की सुरक्षा, आपदा राहत तैयारियों और अफवाहों को नियंत्रित करने की दिशा में कई अहम निर्णय लिए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की एक हजार किलोमीटर से अधिक सीमा पाकिस्तान से लगती है, ऐसे में राज्य की सुरक्षा प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केंद्र सरकार, सेना और खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर ज़रूरी कार्रवाई करें।
मुख्य बिंदु:
सीमावर्ती जिलों में RAC, होमगार्ड और SDRF की अतिरिक्त यूनिट्स भेजी जाएंगी।
सेवानिवृत्त कार्मिकों और वॉलंटियर्स का सहयोग भी लिया जाएगा।
भोजन, दवाइयों और अन्य जरूरी वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
निजी ड्रोन और आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
शादी समारोहों को दिन में आयोजित करने की एडवाइजरी जारी की जाएगी।
ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल के लिए आमजन को जागरूक किया जाएगा।
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सतर्कता ही सुरक्षा है। सामरिक इमारतों, धार्मिक स्थलों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर विशेष निगरानी रखी जाए। साथ ही आमजन को अफवाहों से दूर रहकर प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।” बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत, DGP यू. आर. साहू और गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।