जयपुर के सेशन कोर्ट में दो दिन पहले पेशी के दौरान वकीलों, मुलजिम और पुलिसकर्मियों के बीच हुई मारपीट के बाद सदर थाने में दर्ज एफआईआर से आक्रोशित वकीलों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सर्किल पर चक्का जाम कर दिया। यह विरोध प्रदर्शन सुबह 11 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक चला, जिससे शहर के प्रमुख हिस्सों में यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
वकीलों की मांग थी कि दर्ज एफआईआर में एफआर (Final Report) लगाई जाए, क्रॉस केस दर्ज हो, और सदर थाना एसएचओ बलवीर कस्वां को सस्पेंड किया जाए। वकीलों ने नारेबाजी करते हुए सड़क पर टायर भी जलाए।
बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष संदीप लुहाड़िया ने बताया कि एफआईआर में कुछ वकीलों के नाम जानबूझकर शामिल किए गए, जबकि पुलिस ने बिना उचित जांच के रिपोर्ट दर्ज की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने SHO बलवीर कस्वां को लाइन हाजिर कर दिया है और 48 घंटे में जांच पूरी कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मामला बस्सी थाने का है, जहां कुछ दिन पहले एक वकील के साथ मारपीट हुई थी। आरोपी भवानी सिंह को गिरफ्तार कर एससी-एसटी कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसके साथ और पुलिसकर्मियों के साथ कोर्ट परिसर में मारपीट की गई। इसी पर पुलिस ने वकीलों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर दी।
प्रदर्शन के चलते कलेक्ट्रेट सर्किल और आसपास के क्षेत्र में भारी जाम लग गया। रेलवे स्टेशन, सिंधी कैंप और अन्य प्रमुख मार्गों पर यातायात बाधित हुआ। टैक्सी चालकों को यात्रियों को जाम से पहले ही उतारना पड़ा, जिससे लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।
जाम में फंसे लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा, "प्रदर्शन आपका अधिकार है, लेकिन आमजन का क्या कसूर?"
प्रदर्शन के दौरान कई अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन जब बात नहीं बनी तो एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप पहुंचे और वार्ता कर वकीलों को शांत किया। उन्होंने निष्पक्ष जांच और समयबद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वकीलों ने सदर थाने की एफआईआर को लेकर जताई नाराजगी
SHO बलवीर कस्वां को किया गया लाइन हाजिर
6 घंटे कलेक्ट्रेट सर्किल और आसपास का इलाका जाम
टायर जलाकर सड़क बंद की, आमजन को भारी परेशानी
एडिशनल कमिश्नर ने वकीलों को वार्ता कर शांत किया