पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि एमएलए कोटे के तहत किए जाने वाले कार्यों में 50 प्रतिशत से अधिक विधायक कमीशन ले रहे हैं, और अगर सख्ती से जांच की जाए तो कई नाम सामने आ सकते हैं।
जल जीवन मिशन योजना के तहत घर-घर नल योजना में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। गुढ़ा ने कहा—"महेश जोशी के हाथ तो खुरचन आई है, मलाई तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खाई है।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उस समय आरपीएससी के इंटरव्यू में किसका चयन होना है, इसकी सूची पूर्व मुख्यमंत्री के पास से निकलती थी।
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) से मांग की कि वह सिर्फ नामदारों को न बचाए बल्कि बड़े चेहरों तक जांच का दायरा फैलाए। उन्होंने कहा कि जयकृष्ण पटेल तो केवल ट्रेप हुआ मोहरा है।
राजनीतिक गलियारों में इस बयान को लेकर काफी हलचल है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही खेमों में यह मुद्दा उठ सकता है, क्योंकि गुढ़ा खुद कभी सत्ता का हिस्सा रहे हैं और अब विपक्ष के बागी तेवर अपना चुके हैं।