Tuesday, 06 May 2025

राजस्थान जयपुर सहित 28 शहरों में 7 मई को मॉक ड्रिल, ब्लैकआउट, युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी


राजस्थान जयपुर सहित 28 शहरों में 7  मई को मॉक ड्रिल, ब्लैकआउट, युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी
बीकनेर में कलेक्टर नम्रता वर्षणी ने मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर अधिकारियों से बात की, सभी लोग पूरी तरह से तैयार

राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर सहित 28 शहरों और बॉर्डर इलाकों में 7 मई कोमॉक ड्रिल आयोजित होने जा रही है। इस दौरान ब्लैकआउट होगा औरलोगों कोयुद्ध से बचने के लिएआवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात या आतंकी हमले के दौरान नागरिकों को सुरक्षा उपायों की जानकारी देना है। यह ड्रिल देशभर में केंद्र सरकार के निर्देश पर की जा रही है। राजस्थान सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और सभी जिलों को विस्तृत गाइडलाइन भेज दी गई है।

ड्रिल के मुख्य बिंदु:ब्लैकआउट: सभी लाइटें, मोबाइल टॉर्च, सड़क की लाइटें, हाईमास्ट, टोल प्लाजा और गाड़ियों की लाइटें बंद की जाएंगी।

हूटर सायरन बजेगा: प्रत्येक शहर में सिटी कंट्रोल से हूटर के जरिए ड्रिल शुरू होने का संकेत दिया जाएगा।

जन जागरूकता: नागरिकों को बताया जाएगा कि यदि कोई घायल होता है तो तत्काल प्राथमिक उपचार और सहायता कैसे दी जाए।

सहयोग की अपील: आम नागरिकों को एक-दूसरे की मदद करने के तरीके भी बताए जाएंगे।

विद्यालयों व कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम: छात्रों को आपात स्थितियों में रेस्क्यू के तरीके सिखाए जाएंगे।

मॉक ड्रिल में शामिल शहर:जयपुर, जोधपुर, अजमेर, अलवर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर, भरतपुर, बाड़मेर, गंगानगर, जैसलमेर, पाली, नागौर, सीकर, भीलवाड़ा, बूंदी, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, जालोर, आबूरोड, लालगढ़, सूरतगढ़, भिवाड़ी, नसीराबाद, फुलेरा, ब्यावर, नाल और रावतभाटा।

प्रशासन की तैयारी:मुख्य सचिव सुधांशु पंत की की अध्यक्षता में सचिवालय में अहम बैठक हुई हुई, जिसमें राज्यभर के सभी कलेक्टर, एसपी और जिला स्तरीय अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़ें। इसमें ड्रिल की निगरानी और प्रतिक्रिया प्रणाली पर चर्चा होगी।
बीकानेर कलेक्टर नम्रता वर्शिणी ने बताया कि शहर में 10 जगह सायरन लगाए गए हैं और सभी टीमें अलर्ट मोड पर हैं।

भारत में इससे पहले इस तरह की राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल 1971 के युद्ध के दौरान की गई थी। हाल में पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने यह अभ्यास कराने का निर्णय लिया है।

Previous
Next

Related Posts