राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर सहित 28 शहरों और बॉर्डर इलाकों में 7 मई कोमॉक ड्रिल आयोजित होने जा रही है। इस दौरान ब्लैकआउट होगा औरलोगों कोयुद्ध से बचने के लिएआवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात या आतंकी हमले के दौरान नागरिकों को सुरक्षा उपायों की जानकारी देना है। यह ड्रिल देशभर में केंद्र सरकार के निर्देश पर की जा रही है। राजस्थान सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और सभी जिलों को विस्तृत गाइडलाइन भेज दी गई है।
हूटर सायरन बजेगा: प्रत्येक शहर में सिटी कंट्रोल से हूटर के जरिए ड्रिल शुरू होने का संकेत दिया जाएगा।
जन जागरूकता: नागरिकों को बताया जाएगा कि यदि कोई घायल होता है तो तत्काल प्राथमिक उपचार और सहायता कैसे दी जाए।
सहयोग की अपील: आम नागरिकों को एक-दूसरे की मदद करने के तरीके भी बताए जाएंगे।
विद्यालयों व कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम: छात्रों को आपात स्थितियों में रेस्क्यू के तरीके सिखाए जाएंगे।
भारत में इससे पहले इस तरह की राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल 1971 के युद्ध के दौरान की गई थी। हाल में पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने यह अभ्यास कराने का निर्णय लिया है।