



जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में चल रही शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने रविवार को लव जिहाद, पाकिस्तान, बेटियों की शिक्षा, और परिवार मूल्यों जैसे मुद्दों पर स्पष्ट और बेबाक तरीके से अपने विचार रखे। मिश्रा ने युवाओं को विशेष रूप से बेटियों को सतर्क करते हुए कहा कि बेटियों को अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए और 'लव जिहाद' जैसे झूठे दिखावे से बचना चाहिए।
उन्होंने कन्यादान को सबसे पुण्य कर्म बताते हुए कहा कि जो बेटियाँ अपने माता-पिता को यह अवसर देती हैं, वही जीवन की सार्थकता को प्राप्त करती हैं। मिश्रा ने अपील की कि लड़कियाँ उन युवकों से सावधान रहें जो मोटरसाइकिल पर घुमाकर और चाउमीन खिला कर झूठा प्रेम जताते हैं। उन्होंने कहा, "बेटियों, ऐसे लोगों से बचो और अपने माता-पिता की इच्छाओं को प्राथमिकता दो।"
प्रदीप मिश्रा ने इस दौरान शिक्षा को महिलाओं का सबसे बड़ा धन बताया और कहा कि “बेटों को जितना पढ़ाओ, बेटियों को उससे दोगुना पढ़ाओ।” उन्होंने कहा कि कन्यादान से पहले ज्ञानदान जरूरी है, जिससे बेटियां आत्मनिर्भर बन सकें।
पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए मिश्रा ने कहा कि बदला जल्दबाजी में नहीं, बुद्धिमानी से लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान से बदला जरूर लिया जाएगा, लेकिन यह युद्ध बुद्धि और रणनीति से होगा, केवल बम और गोले से नहीं।”
इसके साथ ही उन्होंने परमात्मा, माता-पिता और जीवनसाथी पर कभी शंका न करने की सलाह दी और कहा कि “शंका जहां करनी हो, वहीं करें। इन तीनों पर कभी संदेह नहीं करें, वरना जीवन विनाश की ओर चला जाएगा।”