Wednesday, 30 April 2025

जल जीवन मिशन घोटाले में ईडी का दावा- महेश जोशी ने बेटे की फर्म में लगाया घोटाले का पैसा, बचाव पक्ष ने आरोपों को नकारा


जल जीवन मिशन घोटाले में ईडी का दावा- महेश जोशी ने बेटे की फर्म में लगाया घोटाले का पैसा, बचाव पक्ष ने आरोपों को नकारा

जयपुर। जल जीवन मिशन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व मंत्री डॉ. महेश जोशी को गिरफ्तार कर 28 अप्रैल तक रिमांड पर लिया है। ईडी जांच में खुलासा हुआ है कि जोशी ने घोटाले से प्राप्त राशि को अपने बेटे रोहित जोशी की फर्म में निवेश किया। ईडी के अधिवक्ता अजात शत्रु मीना ने बताया कि पूछताछ के दौरान अन्य आरोपियों और इंजीनियर्स ने भी महेश जोशी का नाम लिया है और स्वीकार किया कि कई बार उनके नाम पर वसूली की गई थी।

ईडी की पूछताछ दूसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान महेश जोशी से घोटाले में रुपयों के लेनदेन से संबंधित सवाल किए गए। ईडी का आरोप है कि ठेकेदारों से वसूली गई रकम का एक हिस्सा जोशी परिवार की कंपनियों में निवेश किया गया।

जोशी के वकील ने आरोपों को बताया निराधार

पूर्व मंत्री महेश जोशी के अधिवक्ता दीपक चौहान ने ईडी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ईडी अब तक यह साबित नहीं कर सकी है कि महेश जोशी ने स्वयं किसी ठेकेदार से रिश्वत ली थी। उन्होंने तर्क दिया कि ईडी द्वारा जिस एफआईआर (215/2023) को आधार बनाकर कार्रवाई की जा रही है, उसमें भी महेश जोशी का नाम पूर्वगामी अपराध के रूप में स्पष्ट नहीं किया गया है।

चौहान ने कहा कि ईडी केवल यह बता रही है कि जोशी के बेटे की एक कंपनी में 50 लाख रुपए जमा हुए, लेकिन इस पैसे के स्रोत और इसके आपराधिक मूल को साबित करने में ईडी विफल रही है।

अगला कदम

ईडी की ओर से पूछताछ जारी है और जांच एजेंसी अब लेनदेन से जुड़े दस्तावेज और कथित मनी ट्रेल को स्थापित करने में लगी है। कोर्ट में अगली पेशी 28 अप्रैल को होगी, जहां ईडी द्वारा अब तक की गई पूछताछ और सबूतों को सामने रखा जाएगा।

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