Saturday, 13 December 2025

राजस्थान उपभोक्ता आयोगों में पहली बार लिखित परीक्षा से नियुक्तियां, 69 पदों पर आदेश जारी


राजस्थान उपभोक्ता आयोगों में पहली बार लिखित परीक्षा से नियुक्तियां, 69 पदों पर आदेश जारी

जयपुर।राजस्थान में उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा के लिए बड़ा कदम उठाते हुए राज्य उपभोक्ता आयोग और जिला उपभोक्ता आयोगों में अध्यक्ष और सदस्यों के कुल 69 पदों पर नियुक्तियां कर दी गई हैं। यह पहली बार हुआ है जब इन पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा करवाई गई, जिससे चयन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और योग्यता आधारित बनी।

अब तक इन पदों पर केवल इंटरव्यू के आधार पर राजनीतिक दखल के साथ नियुक्तियां होती थीं, लेकिन इस बार डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के बाद मेरिट के आधार पर चयन किया गया है।

इस बार नियुक्ति प्रक्रिया कैसे रही?

  • कुल 87 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे।

  • लगभग 1500 उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा दी।

  • परीक्षा में सफल 105 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया।

  • अंत में 73 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए और इनमें से 69 को नियुक्ति आदेश दे दिए गए।

किसे कहां नियुक्त किया गया?

राज्य उपभोक्ता आयोग में नियुक्त सदस्य:

क्रमांक

नाम

पद

1

मुकेश सिंह

न्यायिक सदस्य

2

अरुण कुमार अग्रवाल

न्यायिक सदस्य

3

सुरेंद्र सिंह

न्यायिक सदस्य

4

रामनिवास सारस्वत

सदस्य

5

दिनेश कुमार

सदस्य

6

करूणा जैन

सदस्य

7

जय गौत्तम

सदस्य

जिला उपभोक्ता आयोगों में अध्यक्ष नियुक्त:

क्रमांक

नाम

आयोग

1

कन्हैयालाल जोगी

दौसा

2

हेमंत धारीवाल

चूरू

3

अशोक कुमार शर्मा

जयपुर चतुर्थ

4

आलोक उपाध्याय

भरतपुर

5

सुमन गौड़ पाण्डेय

उदयपुर

6

अरुण कुमार

धौलपुर

7

शैलेन्द्र सिंह

करौली

8

राजकुमार सुथार

जोधपुर प्रथम

9

यतीश कुमार शर्मा

जोधपुर द्वितीय

10

घनश्याम यादव

जालौर

11

पवन कुमार ओझा

जैसलमेर

12

रजनीश कुमार सिंह

डूंगरपुर

13

अरुण कुमावत

अजमेर

14

प्रशांत शर्मा

टोंक

15

अजय कुमार बंसल

सीकर

16

चंदना राम चौधरी

बाड़मेर

17

धर्मेंद्र शर्मा

राजसमंद

18

मुकेश कुमार

बारां

19

रविन्द्र कुमार

बूंदी

20

जगमोहन अग्रवाल

चित्तौड़गढ़

प्रक्रिया में क्यों आया बदलाव?

  • पहले इंटरव्यू आधारित चयन में राजनीतिक दखल के आरोप लगते रहे थे।

  • सुप्रीम कोर्ट ने 2023 में आदेश दिया कि राज्यों को लिखित परीक्षा करवानी होगी।

  • केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने भी गाइडलाइन जारी की थी, जिसे राजस्थान ने प्रभावी रूप से लागू किया।

  • उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान दूसरा राज्य बना जिसने पूरी तरह से लिखित परीक्षा आधारित चयन प्रक्रिया अपनाई।

विशेषज्ञों की राय:

उपभोक्ता मामलों के जानकारों का मानना है कि अब आयोगों में कानून के जानकार, रिटायर्ड जज और विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे, जिससे उपभोक्ता अधिकार संरक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा। यह पारदर्शी चयन व्यवस्था उपभोक्ता हितों की रक्षा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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