जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को फोन पर मिली धमकी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि "जब मुख्यमंत्री को ही धमकियां मिल रही हैं, तो आम जनता की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।" उन्होंने सरकार से कानून-व्यवस्था को टॉप प्रायोरिटी में लेने की अपील की।
पूर्व मुख्यमंत्रीअशोक गहलोत ने कहा:“यह बेहद चिंताजनक है कि मुख्यमंत्री को धमकी मिलती है और जेलों से मोबाइल मिलते हैं। यह सरकार की विफलता है। गृहमंत्री भी खुद मुख्यमंत्री हैं, उन्हें इस पर गंभीरता से सोचने की ज़रूरत है।”
उन्होंने कहा कि रेप, हत्या, गुंडागर्दी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं, और सबसे बड़ी समस्या यह है कि आमजन की कोई सुनवाई नहीं होती।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत जयपुर के जवाहर कला केंद्र में आयोजित 'माही के मनस्वी: हरिदेव जोशी' पुस्तक विमोचन समारोह में बोल रहे थे। यह पुस्तक केरल के वरिष्ठ पत्रकार सनी सेबेस्टियन द्वारा लिखी गई है।
उन्होंने कहा कि सनी सेबेस्टियन जैसे पत्रकार ने यह महान काम किया है। उम्मीद करता हूं कि यह पुस्तक युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।”
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मौजूदा राजनीतिक माहौल पर भी टिप्पणी की:“आज देश किस दिशा में जा रहा है, यह किसी को नहीं पता। धर्म और जाति के नाम पर जिस तरह की राजनीति हो रही है, क्या स्वतंत्रता सेनानियों ने ऐसा भारत सोचा था?”
उन्होंने हरिदेव जोशी और माणिक्यलाल वर्मा जैसे नेताओं के योगदान को स्वर्णिम युग बताया और कहा कि इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुँचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा हाल ही में दिए गए बयान के जवाब में गहलोत ने कहा किमुख्यमंत्री मुझे याद करते हैं तो यह अच्छी बात है। उनका मुझे याद करना बनता है और मेरा उन्हें जवाब देना भी।