जयपुर नगर निगम की सीमा 30 साल बाद बढ़ाई गई, 78 नए गांव शामिल। अब ग्रेटर और हेरिटेज निगमों को मिलाकर 150 वार्ड होंगे और एक ही मेयर चुना जाएगा। विकास कार्यों में तेजी की उम्मीद।
जयपुर के शहरी विकास में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज की सीमा विस्तार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे अब जयपुर नगर निगम क्षेत्र में तीन उपखंडों के 78 नए गांव शामिल कर लिए गए हैं।
यह पहला मौका है जब 30 वर्षों बाद नगर निगम की सीमा का विस्तार किया गया है। वर्ष 1994 में जयपुर नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा मिला था, और तब से अब तक निगम सीमा यथावत बनी हुई थी।
अब जयपुर नगर निगम क्षेत्र में 78 नए गांव जुड़ गए हैं।इन गांवों में अब नगर निगम से सीधे विकास बजट आवंटित होगा, जिससे सीवरेज, ड्रेनेज, सड़क, स्ट्रीट लाइट, सफाई जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी।पहले इन गांवों को पंचायत समिति और जिला परिषद के माध्यम से सीमित बजट ही मिल पाता था।
नगर विकास निदेशालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में आमजन से 17 अप्रैल तक आपत्तियां और सुझाव मांगे गए हैं। इसके बाद अंतिम सीमा निर्धारण और वार्ड परिसीमन की प्रक्रिया पूर्ण होगी।
यह विस्तार जयपुर के तेजी से बढ़ते शहरीकरण को ध्यान में रखते हुए किया गया है। नई सीमा से जुड़ने वाले गांवों में अब शहरी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। यह निर्णय विकास की समानता, नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता और प्रशासनिक पारदर्शिता की दृष्टि से एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
जयपुर की नगर निगम सीमा का यह विस्तार न केवल भविष्य के स्मार्ट सिटी विकास को गति देगा, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच के अंतर को भी कम करेगा। आने वाले समय में यह निर्णय जयपुर की नई पहचान और योजनाबद्ध विकास की बुनियाद रखेगा।