जयपुर। उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी देने वाले तीन बदमाशों को जयपुर सेंट्रल जेल से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। धमकी भरे फोन कॉल के बाद लालकोठी थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में बुधवार शाम को एक कॉल आया, जिसमें डिप्टी सीएम को मारने की धमकी दी गई थी। फोन नंबर की लोकेशन ट्रेस करने पर उसका स्थान जयपुर सेंट्रल जेल पाया गया। इसके तुरंत बाद लालकोठी पुलिस ने एक टीम गठित कर देर रात जेल में तलाशी अभियान शुरू किया।
तलाशी के दौरान गुरुवार सुबह पुलिस को सफलता मिली और तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया, जिनके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। जांच में सामने आया कि इसी फोन से कंट्रोल रूम में कॉल कर धमकी दी गई थी।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि जेल के अंदर मोबाइल फोन कैसे पहुंचा और इन आरोपियों का किसी बाहरी नेटवर्क से संपर्क है या नहीं। मामले में आईटी एक्ट व अन्य धाराओं में केस दर्ज कर आगे की जांच जारी है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया- बुधवार शाम करीब 4.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में एक कॉल आई थी। फोन करने वाले ने डिप्टी सीएम को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद फोन की लोकेशन निकाली गई तो जयपुर सेंट्रल जेल की आई। इस पर पुलिस टीम को जेल भेजा गया। आज तीन युवकों को डिटेन किया।
डीजीपी यूआर साहू ने कहा- जेल के अंदर मोबाइल जाना और मिलना एक सतत प्रक्रिया का हिस्सा है। जेल के अंदर मोबाइल जाते हैं। हम उनकी तलाश करते हैं। कई बार केस दर्ज होते हैं, अपराधी पकड़े जाते हैं। जेल में मोबाइल मिलने के पीछे मुख्य कारण जेल के अंदर के लोगों की मिलीभगत है। इसीलिए जेल के अंदर मोबाइल जा रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जेल से धमकी भरे कॉल आ चुके हैं, जिससे जेलों में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस अब जेल प्रशासन से भी पूछताछ कर रही है कि सुरक्षा में चूक कैसे हुई। वहीं, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।