अलवर, थाना रामगढ़ पुलिस और जिला स्पेशल टीम (DST) ने साइबर ठगी के उद्देश्य से मोबाइल सिम सप्लाई करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों के 385 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन, 4 क्रेडिट/डेबिट कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
एसपी संजीव नैन ने बताया कि साइबर क्राइम की रोकथाम और इसमें लिप्त अपराधियों पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जा रहा था। इस अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह, सीओ सुनील प्रसाद शर्मा और एसएचओ विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया।
पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग फर्जी दस्तावेजों के जरिए असम से सस्ते दामों पर मोबाइल सिम खरीदकर साइबर अपराधियों को ऊंचे दामों में बेचते हैं। इस सूचना के आधार पर रामगढ़ थाना पुलिस और डीएसटी की टीम ने बहादरपुर रोड पर छापा मारा और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
अब्दुल वासित पुत्र अख्तर हुसैन मेव (उम्र 27) – निवासी उंटवाल, थाना बगड़ तिराया, मोहम्मद सफी पुत्र हारून हुसैन मेव (उम्र 35) – निवासी मूनपुर करमला, थाना नौगांवा, जिला अलवर
मोबाइल डेटा: आरोपियों के मोबाइल में कई व्यक्तियों के आधार कार्ड, आईडी कार्ड और वाहनों की आरसी की तस्वीरें मिलीं, जिनका इस्तेमाल साइबर ठगी में किया जाता था।
लैपटॉप में छिपे सिम कार्ड: पुलिस को एक लैपटॉप मिला, जिसकी हार्ड डिस्क को हटाकर वहां फर्जी नैनो सिम कार्ड छिपाए गए थे।
385 सिम कार्ड बरामद: आरोपी असम से फर्जी सिम खरीदते थे और साइबर ठगी के नेटवर्क को महंगे दामों में सप्लाई करते थे।
4 क्रेडिट/डेबिट कार्ड: पुलिस ने आरोपियों के पास से चार अलग-अलग बैंकों के क्रेडिट और डेबिट कार्ड भी जब्त किए।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, और पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपी देश के विभिन्न राज्यों में सक्रिय हो सकते हैं।
इस ऑपरेशन में थाना रामगढ़ से एसएचओ विजेंद्र सिंह, एएसआई भोलाराम, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, प्रीतम सिंह, और कांस्टेबल कनवर, खुशीराम, कपूरचंद, सुखबीर सिंह, कैलाश सिंह शामिल थे। वहीं, डीएसटी टीम से एएसआई हरविलास, हेड कांस्टेबल दयाराम, सुनील, कांस्टेबल राजाराम, इरसाद, दीन मोहम्मद, देवेंद्र सिंह, करतार, कानाराम, हरिओम, समय सिंह और संदीप ने भी अहम भूमिका निभाई।