राजस्थान में आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय आरोग्य मेला-2025 का भव्य शुभारंभ शनिवार को शिल्पग्राम, जवाहर कला केंद्र में हुआ। उप मुख्यमंत्री एवं आयुष मंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा ने दीप प्रज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह में डॉ. बैरवा ने कहा किजहाँ आधुनिक चिकित्सा समाप्त होती है, वहाँ से आयुर्वेद शुरू होता है।आयुर्वेद केवल रोगों का उपचार नहीं करता बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। राजस्थान में औषधीय पादपों की उपलब्धता को देखते हुए सरकार इनके निर्यात पर ध्यान केंद्रित कर रही है। प्रदेश को आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा का एक प्रमुख केंद्र बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।
इस अवसर पर सांसद मंजू शर्मा ने कहा कि पहला सुख निरोगी काया को साकार करने के लिए योग और आयुर्वेद को आमजन तक पहुँचाने की जरूरत है। राज्य सरकार स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए इस मेले को एक महत्वपूर्ण पहल मान रही है।
समारोह में किसानों के लिए विशेष पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें औषधीय पादपों की विस्तृत जानकारी दी गई है। इस पहल से किसान आयुर्वेदिक खेती को अपनाकर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगे।
निःशुल्क परामर्श और उपचार – आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, यूनानी और प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे।योग सत्र – लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।आयुर्वेदिक उत्पादों की प्रदर्शनी – आगंतुकों को औषधीय पादपों और आयुर्वेदिक उपचारों की जानकारी दी जाएगी।
विशिष्ट अतिथि विधायक कालीचरण सराफ, जयपुर ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर, प्रमुख शासन सचिव (आयुर्वेद विभाग) भवानी सिंह देथा सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। राज्य स्तरीय आरोग्य मेला-2025 चार दिनों तक चलेगा, जिसमें हजारों आगंतुक आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ उठाएंगे।