ईसरदा बांध परियोजना के डूब क्षेत्र विस्थापितों के लिए टोंक जिले के बनेठा में पुनर्वास कॉलोनी बसाने की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। 31.57 हैक्टेयर मोहम्मद नगर, 10.12 हैक्टेयर, सवाई माधोपुर जिले के शिवाड़ में 4.51 हैक्टेयर और ईसरदा में 5 हैक्टेयर जमीन पर पुनर्वास कॉलोनी विकसित की जाएगी। पहले चरण में 256 परिवारों को आवासीय भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं।
मालियों की झोपड़ियां विस्थापितों के लिए पुनर्वास कॉलोनी तैयार: मालियों की झोपड़ियां, कीरों की झोपड़ियां, करिरीया, चैकड़ी, सोलपुर, रायपुर, ईसरदा और अन्य गांवों के विस्थापितों को सुरेली मार्ग स्थित पुनर्वास कॉलोनी में स्थानांतरित किया जाएगा। चारदीवारी सहित आंगनबाड़ी केंद्र और सामुदायिक केंद्र का निर्माण पूरा हो चुका है।
ईसरदा बांध परियोजना के तहत मालियों की झोपड़ियां ग्राम के 235 परिवारों एवं चार सरकारी संपत्तियों की भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए 235 परिवारों को अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी कर दी गई है। सामाजिक समाघात रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जा चुकी है। धारा 11 और 12 के तहत दोबारा नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और विस्थापितों की सूची पुनर्वास विभाग द्वारा तैयार की जा रही है।
बांध निर्माण की समय सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव: ईसरदा बांध परियोजना का निर्माण कार्य 6 जनवरी 2025 तक पूरा होना था, लेकिन अब तक 83% कार्य ही पूर्ण हुआ है। राज्य सरकार को निर्माण अवधि 6 जुलाई 2025 तक बढ़ाने के लिए पत्र लिखा गया है।
पुनर्वास कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार: ईसरदा बांध परियोजना के तहत पुनर्वास कॉलोनी में विस्थापितों को आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक केंद्र, सड़क, चिकित्सा, बिजली, पानी जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सुरेली मार्ग पर स्थित पुनर्वास कॉलोनी में चारदीवारी निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है, जबकि आंगनबाड़ी केंद्र और सामुदायिक केंद्र का निर्माण पूर्ण हो चुका है।
लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से आवंटन: ईसरदा बांध विस्थापितों में से जिन लोगों ने 2017-18 में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी कर ली थी, उन्हें प्रथम चरण में आवासीय भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। शिवाड़ पुनर्वास कॉलोनी में आवंटित भूखंड भर जाने के बाद 23 विस्थापितों को उनकी सहमति से बनेठा के पास सुरेली मार्ग स्थित पुनर्वास कॉलोनी में भूखंड दिए जाएंगे।
अब तक बनेठा में 89, ईसरदा में 5, शिवाड़ में 105 और मोहम्मद नगर टोंक में 57 विस्थापितों को आवासीय भूखंड लॉटरी के माध्यम से आवंटित किए जा चुके हैं।
ईसरदा बांध में चंबल का पानी लाने की योजना: राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा ईसरदा बांध में ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) के माध्यम से चंबल का पानी लाने की योजना बनाई गई है। सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, जिससे यह बांध सालभर पानी से भरा रहेगा। इस परियोजना से दौसा और सवाई माधोपुर जिले के 1,079 गांवों को पेयजल आपूर्ति की जाएगी।