दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले राजधानी में सियासी पारा चढ़ गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि BJP ने उनके सात उम्मीदवारों को 15-15 करोड़ रुपये की पेशकश कर पार्टी में शामिल होने के लिए कहा। इस आरोप के बाद राजनीति और गर्मा गई, और बीजेपी ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की।
उपराज्यपाल ने AAP के इन आरोपों की जांच के आदेश दिए और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की एक टीम शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। टीम ने वहां कुछ देर इंतजार किया, लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली और फिर टीम को वापस लौटना पड़ा।
इसके बाद ACB ने अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा। नोटिस में ACB ने पूछा कि किन-किन उम्मीदवारों को 15 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया, उनके नाम सार्वजनिक किए जाएं।
AAP के लीगल हेड संजीव नासियार ने कहा कि "भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम 1.5 घंटे तक केजरीवाल के घर पर बैठी रही। जब वे पहुंचे, तब उनके पास न तो कोई आधिकारिक कागजात थे, न ही कोई स्टैंप, और न ही कोई नोटिस। टीम ने ऊपर से निर्देश लिए और 1.5 घंटे बाद बाहर से नोटिस तैयार करवाकर मंगवाया। अब वे नोटिस तामील कर गए हैं, जिसका हम कानूनी जवाब देंगे।"
इस पूरे घटनाक्रम से दिल्ली की राजनीति और गरमा गई है। मतगणना से पहले AAP और BJP के बीच यह टकराव अब कानूनी रूप लेने लगा है। जहां AAP ने BJP पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है, वहीं BJP ने इसे केजरीवाल का "राजनीतिक नाटक" बताया है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि AAP इस नोटिस का क्या जवाब देगी और ACB की जांच किस दिशा में आगे बढ़ेगी।