Tuesday, 18 February 2025

सूर्य सप्तमी पर सामूहिक 'सूर्य नमस्कार' कार्यक्रम, 108 साधकों ने किया योगाभ्यास,'सूर्य नमस्कार' भारतीय संस्कृति से जुड़ी महान योग परंपरा: हरिभाऊ बागडे


सूर्य सप्तमी पर सामूहिक 'सूर्य नमस्कार' कार्यक्रम, 108 साधकों ने किया योगाभ्यास,'सूर्य नमस्कार' भारतीय संस्कृति से जुड़ी महान योग परंपरा: हरिभाऊ बागडे

जयपुर में सूर्य सप्तमी के अवसर पर मंगलवार को लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में क्रीड़ा भारती संगठन द्वारा सामूहिक 'सूर्य नमस्कार' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 108 साधकों ने एक साथ सूर्य नमस्कार किया, जिसमें विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास किया गया।

इस कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि 'सूर्य नमस्कार' भारतीय संस्कृति से जुड़ी महान योग परंपरा है और यह स्वास्थ्य के लिए वरदान है।

योग और सूर्य नमस्कार का महत्व: हरिभाऊ बागडे

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अपने संबोधन में कहा कि'सूर्य नमस्कार' योग की शुरुआत का आधार होता है और शरीर व मन को स्वस्थ रखता है।यह मानव शरीर की ऊर्जा को जागृत करता है और तन-मन को सशक्त बनाता है।प्रतिदिन 'सूर्य नमस्कार' करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।योग केवल आसन नहीं, बल्कि जीवनशैली में बदलाव लाने का एक माध्यम है।

उन्होंने सभी से आह्वान किया कि हर व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में सूर्य नमस्कार को शामिल करना चाहिए और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए।

क्रीड़ा भारती संगठन की सराहना:राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने क्रीड़ा भारती संगठन की गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन पारंपरिक खेलों और भारतीय संस्कृति से जुड़े आयोजनों के माध्यम से समाज में सकारात्मक ऊर्जा और अनुशासन का संचार कर रहा है।

'खेल सृष्टि' स्मारिका का लोकार्पण और बच्चों का सम्मान:इस अवसर पर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने 'क्रीड़ा भारती' की स्मारिका 'खेल सृष्टि' का लोकार्पण किया।तीन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।उन्होंने कहा कि भारत में पारंपरिक खेलों और योग को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आयोजनों की आवश्यकता है।

सूर्य नमस्कार: स्वास्थ्य और आध्यात्मिक ऊर्जा का संगम:सूर्य सप्तमी पर आयोजित इस कार्यक्रम में योग विशेषज्ञों और प्रशिक्षकों ने 'सूर्य नमस्कार' के महत्व को विस्तार से बताया।

सूर्य नमस्कार 12 आसनों का एक संयोजन है, जो शरीर को लचीला, मजबूत और ऊर्जावान बनाता है।नियमित अभ्यास से रक्त संचार बेहतर होता है और तनाव कम होता है।यह शरीर को आंतरिक ऊर्जा से जोड़ने और मानसिक शांति प्रदान करने का माध्यम है।

राजस्थान में योग और सूर्य नमस्कार को बढ़ावा देने की पहल:राज्य सरकार भी योग और सूर्य नमस्कार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न संस्थानों और संगठनों के साथ मिलकर कार्य कर रही है।

स्कूलों और कॉलेजों में नियमित योग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।सरकारी कर्मचारियों और आम नागरिकों को योग अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।इस आयोजन में योग प्रशिक्षक, शिक्षाविद्, छात्र और कई गणमान्य लोग शामिल हुए।

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