Wednesday, 01 January 2025

सांचौर जिले को जालोर में मर्ज करने के विरोध में बड़ा आंदोलन, सोमवार से अनिश्चितकालीन महापड़ाव की घोषणा


सांचौर जिले को जालोर में मर्ज करने के विरोध में बड़ा आंदोलन, सोमवार से अनिश्चितकालीन महापड़ाव की घोषणा

राजस्थान सरकार के निर्णय के खिलाफ सांचौर जिले को जालोर में मर्ज करने के विरोध में रविवार को सांचौर मुख्यालय पर सांचौर संघर्ष समिति के नेतृत्व में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन महापड़ाव की घोषणा की।

व्यापार संघ और स्थानीय समर्थन:सांचौर व्यापार महासंघ ने आंदोलन का समर्थन करते हुए रविवार को संपूर्ण बाजार बंद रखने की घोषणा की।ऑटो रिक्शा संघ ने भी हड़ताल कर चार रास्ता से कचहरी तक महेन्द्र माली के नेतृत्व में रैली निकाली।

पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई का बयान:विश्नोई ने सरकार पर "दुर्भावना और कमजोर जनप्रतिनिधियों की पैरवी" का आरोप लगाते हुए कहा कि सांचौर जिले को खत्म करने का फैसला गलत है।उन्होंने कहा, "सांचौर को जालोर में मर्ज करना जनता के साथ अन्याय है।""सांचौर और जालोर के बीच की दूरी 154 किमी है, जो नए जिलों के पैमाने पर सबसे अधिक है।"

संघर्ष समिति अध्यक्ष भीमाराम चौधरी:"सांचौर का जिला का दर्जा खत्म करना गलत है। यह क्षेत्र के विकास में बाधा बनेगा।"

व्यापार महासंघ अध्यक्ष हरिश पुरोहित:"सरकार के इस फैसले के खिलाफ सभी व्यापारियों ने समर्थन देने का निर्णय लिया है।"

आंदोलन की योजना:सोमवार से सांचौर मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन महापड़ाव शुरू होगा।आंदोलन को क्षेत्रीय स्तर पर व्यापक समर्थन मिलने की संभावना है।

सांख्यिकीय तुलना:मुख्यमंत्री के क्षेत्र में डीग जिले की दूरी भरतपुर से केवल 35 किमी है।सलूम्बर की आबादी 5 लाख है और दूरी उदयपुर से 45 किमी है।सांचौर और जालोर के बीच की दूरी 154 किमी है, जो प्रशासनिक सुविधा के दृष्टिकोण से अनुचित है।

सरकार के इस निर्णय के खिलाफ बढ़ते विरोध ने क्षेत्रीय और राजनीतिक गर्माहट बढ़ा दी है। संघर्ष समिति के नेतृत्व में आंदोलन के बड़े स्तर पर फैलने की संभावना है।

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