मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य प्रशासनिक और विकास योजनाओं से संबंधित कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बैठक में युवाओं, कर्मचारियों और प्रदेश के सुशासन को ध्यान में रखते हुए नए निर्णय किए गए। विधि मंत्री जोगाराम पटेल और खाद आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने संवाददाता सम्मेलन मेंमंत्रिमंडल के फैसलों किए जानकारी दी। विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि नए जिलों और संभागों का पुनर्निर्धारण: कुल 41 जिले और 7 संभाग: गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए 17 नए जिलों और 3 संभागों का पुनः निर्धारण किया गया।
9 जिले समाप्त: अनूपगढ़, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, नीम का थाना, सांचौर और शाहपुरा।
3 संभाग समाप्त: बांसवाड़ा, पाली, सीकर।
8 नए जिले रहेंगे: फलौदी, बालोतरा, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, सलूम्बर।
इससे परीक्षार्थियों पर अतिरिक्त बोझ कम होगा और बोर्ड के लिए वित्तीय भार भी घटेगा।
पशुधन सहायक के पदनाम में बदलाव:पशुधन सहायक का नया पदनाम "पशुधन निरीक्षक" होगा।पशुचिकित्सा सहायक का नया पदनाम "पशुधन प्रसार अधिकारी" होगा।
राज्य सरकार ने डॉ. ललित के. पंवार की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति गठित की थी। समिति ने पाया कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए नए जिले और संभाग प्रशासनिक और वित्तीय दृष्टि से अव्यावहारिक थे।