मुख्यमंत्री शर्मा ने विधायकों को दिया संदेश: "जो कहो, वह करके दिखाओ"आदिवासी क्षेत्रों की तरह पश्चिमी राजस्थान को भी विशेष प्रावधान देने की मांग: महंत प्रतापपुरी
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बजट सत्र से पहले विधायकों से संवाद कार्यक्रम के तहत रविवार को जोधपुर, उदयपुर और भरतपुर संभाग के विधायकों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने विधायकों से अपने क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने और जनता से किए गए वादों को पूरा करने की अपील की।
मुख्यमंत्री शर्मा का संदेश: मुख्यमंत्री शर्मा ने विधायकों से कहा, "आप अपने क्षेत्र में जो कर सको, वही कहो। और जो कह दिया, उसे पूरा करके दिखाओ।"उन्होंने विधायकों से क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं और विकास योजनाओं को प्राथमिकता देने की बात कही।
विधायकों की मांगें: पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी की मांग:पश्चिमी राजस्थान के लिए विशेष रियायतें देने की अपील की।"पश्चिमी राजस्थान में जनसंख्या कम होने के कारण कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। जैसे, जनसंख्या के आधार पर स्कूल और पंचायतों का गठन होता है, जिससे हमारे क्षेत्र को नुकसान होता है।"आदिवासी क्षेत्रों की तरह पश्चिमी राजस्थान को भी विशेष प्रावधान देने की मांग की।
संवाद में शामिल विषय:मुख्यमंत्री शर्मा ने विधायकों से उनके क्षेत्रों में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली।क्षेत्रीय समस्याओं को हल करने और आगामी बजट के लिए सुझाव देने को कहा।मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे विधायकों से संपर्क बनाए रखें और उनकी राय को महत्व दें।
आगामी बैठक:सोमवार (30 दिसंबर) को मुख्यमंत्री शर्मा बाकी संभागों के विधायकों से संवाद करेंगे।
विकास की रणनीति: मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य सभी क्षेत्रों के साथ संतुलित विकास करना है।"जनता के साथ मजबूत जुड़ाव ही सरकार और जनप्रतिनिधियों के बीच की दूरी को कम करेगा।"बजट सत्र से पहले विधायकों की नाराजगी और उनकी मांगों को सुनना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। यह कदम विधायकों के साथ तालमेल बिठाने और सरकार की छवि को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।