Wednesday, 01 January 2025

भाजपा विधायकों ने मंत्रियों की मनमानी पर की शिकायत, मुख्यमंत्री शर्मा से कहां कांग्रेस के काम हो रहे हैं, हम देख रहे हैं


भाजपा विधायकों ने मंत्रियों की मनमानी पर की शिकायत, मुख्यमंत्री शर्मा से कहां कांग्रेस के काम हो रहे हैं, हम देख रहे हैं

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बजट सत्र से पहले विधायकों से संभागवार बातचीत शुरू की है। शनिवार, 28 दिसंबर को कोटा संभाग के विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर शिकायतें दर्ज कराई। विधायकों ने आरोप लगाया कि मंत्री अपने पसंदीदा अधिकारियों की नियुक्ति करा रहे हैं, जिससे स्थानीय विधायकों और जनता की सुनवाई प्रभावित हो रही है।

मंत्रियों पर विधायकों के आरोप: विधायकों ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और हीरालाल नागर पर गंभीर आरोप लगाए।आरोप था कि ये मंत्री स्थानीय विधायकों की बात नहीं सुनते और सरकार की योजनाओं पर चर्चा नहीं करते।कई विधायकों ने कहा कि मंत्री कांग्रेस नेताओं के कहने पर ज्यादा काम करवा रहे हैं।

बारां जिले में मनमानी का आरोप: कोटा संभाग के एक विधायक ने कहा कि बारां जिले में कांग्रेस नेताओं के दबाव पर काम हो रहे हैं। शिक्षा मंत्री दिलावर पर प्रमोद जैन भाया और उनकी पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार और भूमि विवाद के मामलों में कार्रवाई न करवाने का आरोप लगाया गया।

मुख्यमंत्री शर्मा का रुख: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधायकों से उनके क्षेत्रों में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लिया।उन्होंने विधायकों से आगामी बजट के लिए सुझाव मांगे और उनकी शिकायतों को हल करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री शर्मा ने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे विधायकों से संवाद बनाए रखें और उनकी राय को प्राथमिकता दें।

विधानसभा सत्र से पहले नाराजगी दूर करने की कोशिश: यह संवाद कार्यक्रम विधानसभा सत्र से पहले विधायकों की नाराजगी दूर करने की रणनीति माना जा रहा है। पिछले सत्र में कई भाजपा विधायकों ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे, जिसे देखते हुए सीएम ने पहले से विधायकों की बात सुनने का कदम उठाया है।

मुख्यमंत्री शर्मा का संदेश: मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि जनता के साथ मजबूत जुड़ाव ही सरकार और जनप्रतिनिधियों के बीच की दूरी को कम करेगा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विधायकों की सभी मांगों पर विचार किया जाएगा।

राजनीतिक प्रतिक्रिया: इस कवायद को पार्टी में विधायकों और मंत्रियों के बीच सामंजस्य बनाने का प्रयास माना जा रहा है। हालांकि, विधायकों की नाराजगी पार्टी के अंदर गहराते असंतोष की ओर इशारा कर रही है।


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