भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार (44) ने गुरुवार दोपहर अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। कृष्ण कुमार पंजाब के होशियारपुर जिले के निवासी थे और 24 वर्षों से BSF में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
यह घटना गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे राजस्थान के शाहगढ़ एरिया की भानु सीमा चौकी पर हुई। मृतक कृष्ण कुमार 173वीं बटालियन में तैनात थे।
शाहगढ़ थाना प्रभारी बाबूराम ने जानकारी दी कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या के पीछे कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। फिलहाल, शव को रामगढ़ हॉस्पिटल में रखवाया गया है। शव का पोस्टमॉर्टम परिजनों के आने के बाद किया जाएगा।
मृतक कृष्ण कुमार एक अनुभवी BSF जवान थे, जिन्होंने 24 सालों तक देश की सेवा की। उनके अचानक आत्महत्या करने की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। उनके सहकर्मियों ने बताया कि वे हमेशा शांत और जिम्मेदार स्वभाव के थे।
BSF और स्थानीय पुलिस आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का पता लगाने में जुटी है। मानसिक तनाव, पारिवारिक समस्याएं, या नौकरी से जुड़ी चुनौतियां संभावित कारण हो सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और जरूरत पड़ने पर मनोवैज्ञानिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
परिजनों को दी गई सूचना
कृष्ण कुमार के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। परिजनों के आने के बाद पुलिस और BSF अधिकारियों द्वारा अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इस घटना ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात जवानों के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देना जरूरी है।
BSF अधिकारियों ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि कृष्ण कुमार जैसे अनुभवी जवान की आत्महत्या से बल को बड़ी क्षति हुई है। मामले की जांच पूरी होने के बाद ही आगे की जानकारी साझा की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर सुरक्षा बलों में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को उजागर करती है और इसके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।