



दौसा के कालीखाड़ गांव में सोमवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब 5 साल का मासूम आर्यन अपने घर के पास 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। हादसे के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, जिसमें एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं।
जयपुर से एसडीआरएफ और अजमेर से एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची हैं। रेस्क्यू टीम ने बोरवेल के पास गड्ढा खोदते हुए आर्यन की स्थिति जानने के लिए कैमरा नीचे डाला। कैमरे में बच्चे की मूवमेंट दिखाई दी, जिससे उम्मीद जगी है। बच्चा रस्सी पकड़ने की कोशिश भी कर रहा है।
रेस्क्यू टीम ने बोरवेल में जाल लगाया है ताकि आर्यन को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। बच्चा बोरवेल के बीच में फंसा हुआ है और उसके नीचे 9 फीट पानी है, जिससे रेस्क्यू चुनौतीपूर्ण हो गया है। देसी जुगाड़ और आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है।
आर्यन अपनी मां के सामने खेलते हुए बोरवेल में गिरा। यह बोरवेल तीन साल पहले खुदवाया गया था, लेकिन इस्तेमाल में नहीं आ रहा था। परिवार और ग्रामीण बच्चे को लेकर चिंतित हैं, वहीं प्रशासन और रेस्क्यू टीम लगातार बच्चे की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार और जिला परिषद सीओ नरेंद्र कुमार मीणा मौके पर मौजूद हैं। सीओ ने बताया कि बच्चा सुरक्षित है और उसे जल्द निकालने के प्रयास जारी हैं। इसी बीच, जगमोहन मीणा भी घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू में बड़े उपकरण लगाने की बात कही।
रेस्क्यू टीम की कड़ी मेहनत और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से आर्यन को जल्द ही बाहर निकालने की उम्मीद है। पूरा गांव और देश इस मासूम की सलामती की दुआ कर रहा है।
मासूम आर्यन की जान बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। उम्मीद है कि यह रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होगा और आर्यन सुरक्षित अपने परिवार के पास लौटेगा।