Thursday, 21 November 2024

हिन्दू संस्कृति के कारण भारत में शांति और सुरक्षा संभव: वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति पर भी दी सफाई: सतीश पूनिया


हिन्दू संस्कृति के कारण भारत में शांति और सुरक्षा संभव: वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति पर भी दी सफाई: सतीश पूनिया

भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और हरियाणा के प्रभारी सतीश पूनिया ने शनिवार को टोंक में जनसभाएं कीं और हिन्दू संस्कृति व भारतीय संस्कृति पर आधारित अपनी विचारधारा को साझा किया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर बात करते हुए पूनिया ने कहा कि "दुनिया का सबसे बड़ा धर्म सनातन धर्म है, और हिन्दू संस्कृति के कारण ही भारत में हम बिना जाति, मजहब, पंथ के शांति और सुरक्षा से रह रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म की समृद्धि और हिन्दू संस्कृति ही इस देश की एकता और विकास का मूल आधार है। पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "सबका साथ, सबका विकास" का संदेश देते हैं और यह संदेश 140 करोड़ भारतीयों के लिए है।

पूनिया ने इस दौरान विपक्ष के आरोपों का भी जवाब देते हुए कहा, "अगर कोई हमारे परिवार की एकता के नारे को गलत अर्थ में देखता है तो इसकी कोई सफाई नहीं दी जा सकती। हमारी मंशा और नीयत साफ है।"

वसुंधरा राजे की उपचुनाव प्रचार से दूरी को लेकर पूनिया ने कहा, "वसुंधरा जी राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रही हैं, और अभी भी पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। उनके सम्मान को पार्टी से कोई हटा नहीं सकता। उनकी अनुपस्थिति के बारे में लोग बहुत चर्चा करते हैं, लेकिन उनकी मंशा, नीयत और समर्पण में कोई कमी नहीं है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति पारिवारिक व्यस्तताओं के कारण हो सकती है और इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए। पूनिया ने राजे को भाजपा की सम्मानित सदस्य बताते हुए कहा कि वे पार्टी के भले के लिए काम करती हैं।

पूनिया ने शनिवार को भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में टोंक के विभिन्न गांवों—ककोड, रूपवास, सुरेली, बनेठा, कुंडेर, बोसरिया, नगरफोर्ट, आंवा, और सरोली में जनसभाएं कीं। इस दौरान उन्होंने भाजपा को समर्थन देने और पार्टी के विकास के एजेंडे को लोगों के सामने रखा।

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