भीलवाड़ा जिले की साइबर टीम ने सिलिकोसिस बीमारी के फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह के मुख्य सरगना और दलाल को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक डॉक्टर की एसएसओ आईडी हैक कर सिलिकोसिस के फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए, जिससे सरकारी योजनाओं में धोखाधड़ी की जा रही थी। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि साइबर अपराधों को गंभीरता से लेते हुए एसएचओ साइबर थाना हरजीलाल यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। डॉ. विजय प्रकाश माहेश्वरी, निवासी शास्त्री नगर भीलवाड़ा, ने 22 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि किसी ने उनकी एसएसओ आईडी हैक कर सिलिकोसिस बीमारी के फर्जी प्रमाण पत्र बनाए। इस पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। टीम ने विशेष योग्यजन कार्यालय, जयपुर से डॉ. विजय माहेश्वरी की एसएसओ आईडी की लॉगिन और लॉगआउट का आईपी एड्रेस, इवेंट और एक्टिविटी लॉग प्राप्त किए। इन तकनीकी जानकारियों के आधार पर संदिग्ध मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल और लोकेशन का पता लगाया गया, जिसके बाद मुख्य आरोपी नरेंद्र कुमार सैनी (27), निवासी मोहचिंगपुरा, थाना सिकंदरा, और दलाल आशिक कुमार (29), निवासी चांदराना, थाना सैंथल, जिला दौसा को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में प्रयुक्त लैपटॉप और इंटरनेट डाटा वाले मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि साइबर अपराधों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस विभाग लगातार सख्त कदम उठा रहा है और भविष्य में भी ऐसे अपराधों पर रोकथाम के लिए विशेष सतर्कता बरती जाएगी।