Friday, 20 September 2024

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट की जमानत के बाद तिहाड़ जेल से रिहा, नेताओं ने किया स्वागत


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट की जमानत के बाद तिहाड़ जेल से रिहा, नेताओं ने किया स्वागत

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जिन्हें हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी, शुक्रवार को तिहाड़ जेल से रिहा होकर अपने घर पहुंचे। जेल से बाहर आने पर उनके समर्थकों और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई जमानत के बाद, केजरीवाल की यह रिहाई राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है।

केजरीवाल को एक विशेष मामले में गिरफ्तारी के बाद तिहाड़ जेल भेजा गया था, जिससे राजनीतिक गलियारों में बड़ी हलचल पैदा हो गई थी। उनकी रिहाई के बाद, AAP के वरिष्ठ नेता, विधायक, और पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उनके आवास पर जुटे और उनका स्वागत किया। पार्टी के समर्थकों ने केजरीवाल का फूल-मालाओं और नारों के साथ स्वागत किया, जबकि कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इसे लोकतंत्र की जीत बताया।

रिहाई के बाद, केजरीवाल ने अपने समर्थकों का धन्यवाद किया और कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था। उन्होंने आगे कहा कि उनके संघर्ष और नीतियों को दबाने के लिए राजनीतिक ताकतों द्वारा उन पर झूठे आरोप लगाए गए थे, लेकिन वे अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे। इस दौरान केजरीवाल ने अपने समर्थकों को एकजुट रहने और देशभर में AAP के मिशन को मजबूत करने की अपील की।

AAP के प्रमुख नेताओं, जैसे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं ने केजरीवाल का स्वागत किया। मनीष सिसोदिया ने इस मौके पर कहा कि यह न सिर्फ अरविंद केजरीवाल की, बल्कि देश के हर उस व्यक्ति की जीत है जो सच और न्याय के लिए लड़ रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल को फंसाने की साजिश असफल रही है और जनता उनके साथ खड़ी है।

केजरीवाल की तिहाड़ जेल से रिहाई को लेकर दिल्ली और देशभर में उनके समर्थकों में उत्साह देखने को मिला। कई जगहों पर जश्न का माहौल था और पार्टी कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। इस घटना से दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज हो गई है, और आगामी चुनावों को देखते हुए इस मामले का बड़ा राजनीतिक प्रभाव भी देखने को मिल सकता है।

केजरीवाल की यह रिहाई न सिर्फ उनके लिए, बल्कि आम आदमी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि AAP इस घटना को किस तरह से आगामी चुनावों में भुनाने की योजना बनाती है और विपक्षी पार्टियों के खिलाफ अपनी स्थिति को मजबूत करती है।

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