Friday, 20 September 2024

लोग उसी उंगली को सबसे पहले काटना चाहते हैं जिसको पकड़कर चलना सीखे हैं: वसुंधरा राजे


लोग उसी उंगली को सबसे पहले काटना चाहते हैं जिसको पकड़कर चलना सीखे हैं: वसुंधरा राजे

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि भंडारी जी ने राजस्थान में भैरोंसिंह जी सहित कितने ही नेताओं को आगे बढ़ाया,पर वफ़ा का वह दौर अलग था। तब लोग किसी के किए हुए को मानते थे,लेकिन आज तो लोग उसी उँगली को पहले काटने का प्रयास करते हैं,जिसको पकड़ कर वह चलना सीखते हैं।भंडारी जी झूठ नहीं बोलते थे।आपातकाल में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उनसे नाम पूछा।उन्होंने सच बता दिया और गिरफ्तार हो गए।

भंडारी जी ने कहा जीना छोड़ सकता हूँ शाखा लगाना नहीं-राजे

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि डॉ.मुखर्जी ने धारा 370 के प्रावधानों का विरोध किया।जिसे नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने हटाया।भंडारी आजीवन संघ के लिए समर्पित रहे। ब्रिटिशकाल में भंडारी जी को कहा गया कि बिना रजिस्ट्रेशन शाखा नहीं चला सकते।जवाब था,जीना छोड़ सकता हूँ,पर शाखा लगाना नहीं।

मेरी माँ ने देश में पहली बार जनसंघ की सरकार बनाई -राजे

उन्होंने कहा कि उनकी माँ राजमाता ने एमपी में 1967 में देश में पहली बार जनसंघ की सरकार बनाई और गोविंद नारायण सिंह को सीएम बनाया।तब भंडारी ने पत्र लिख कर ख़ुशी जताई थी।माँ ने बचपन से ही हमें संघ के संस्कार दिए।

हमारे घर में तो कई बार संघ की शाखा लगती थी।अटल जी,आडवाणी जी,राजमाता साहब,भैरों सिंह जी,सुंदर सिंह जी भंडारी,रज्जू भैया,केएस सुदर्शन जी,दत्तोपंत ठेंगड़ी जी और कुशाभाव ठाकरे जी जैसे देशभक्तों का मार्गदर्शन मिला।

भंडारी जी ने कहा जीना छोड़ सकता हूँ शाखा लगाना नहीं-राजे

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि डॉ.मुखर्जी ने धारा 370 के प्रावधानों का विरोध किया।जिसे नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने हटाया।भंडारी आजीवन संघ के लिए समर्पित रहे।ब्रिटिशकाल में भंडारी जी को कहा गया कि बिना रजिस्ट्रेशन शाखा नहीं चला सकते।जवाब था,जीना छोड़ सकता हूँ,पर शाखा लगाना नहीं।

जो विचारधारा की मशाल भंडारी जी ने प्रज्लवित की,उसे गुलाब जी कटारिया ने निरंतर जलाये रखा-राजे

 जो विचारधारा की मशाल भंडारी जी ने प्रज्लवित की,उसे भाई साहब गुलाब जी कटारिया ने निरंतर जलाये रखा।उन्होंने कहा कि हम रहे न रहें अलग बात है,पर हमारी मूल विचारधारा जीवित और तीव्रगति के साथ अनवरत फलती-फूलती रहना चाहिए।

मैं पार्टी की छोटी सी कार्यकर्ता 

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा भंडारी हमेशा संगठन सर्वोपरि के सिद्धांत की पैरवी करते थे।मैं भी संगठन की एक छोटी सी

कार्यकर्ता हूँ।

पूर्व मुख्यमंत्री  राजे ने कहा कि सुंदर सिंह भंडारी और डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी का व्यक्तित्व किसी भी शब्दकोष के दायरे से बहुत बड़ा है। साज़िश के तहत हमारी विचारधारा का अंत करने के लिए डॉ.मुखर्जी की हत्या की गई,लेकिन उनके लहू से सिंचित यह विचारधारा आज दुनिया में सबसे बड़ी और अमर है। वे सुंदर सिंह भंडारी चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित व्याख्यान माला एवं विशिष्ट जन सम्मान कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहीं थीं।कार्यक्रम के मुख्यअतिथि असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और विशिष्ट अतिथि मंत्री बाबू लाल खराड़ी थे। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत और पूर्व विधायक ज्ञानचंद आहूजा सहित कई लोगों को विशिष्टता के लिए सम्मानित किया गया।

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