



राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कर्नाटक के कारवार स्थित नेवल बेस पर भारतीय नौसेना की पनडुब्बी INS वाघषीर में यात्रा कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। राष्ट्रपति नौसेना की वर्दी में कलवरी क्लास की इस आधुनिक सबमरीन में सवार हुईं। उनके साथ नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी भी मौजूद रहे। यह किसी भी मौजूदा राष्ट्रपति द्वारा पनडुब्बी में की गई दूसरी यात्रा है, जबकि राष्ट्रपति मुर्मू की यह पहली सबमरीन यात्रा रही।
इससे पहले वर्ष 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने पनडुब्बी में यात्रा कर इतिहास रचा था। INS वाघषीर, प्रोजेक्ट-75 स्कॉर्पीन के तहत निर्मित कलवरी क्लास की छठी और अंतिम पनडुब्बी है, जिसे इसी वर्ष जनवरी में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। यह पनडुब्बी अत्याधुनिक तकनीक, स्टील्थ क्षमता और मारक शक्ति से लैस है।
राष्ट्रपति की यह यात्रा न केवल भारतीय नौसेना की बढ़ती सामरिक क्षमता को दर्शाती है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वदेशी रक्षा निर्माण को भी मजबूती प्रदान करती है। इस अवसर को नौसेना के लिए गौरवपूर्ण क्षण माना जा रहा है।