



जयपुर। एक लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली राजस्थान की सबसे बड़ी औद्योगिक परियोजना पचपदरा रिफाइनरी का उद्घाटन 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होने की प्रबल संभावना है। गौरतलब है कि इसी परियोजना का शिलान्यास 16 जनवरी 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था और ठीक आठ वर्षों के भीतर अब इसके उद्घाटन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसे राजस्थान सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में पूरी हुई एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। उद्घाटन को लेकर बालोतरा जिले में एक विशाल जनसभा की तैयारी की जा रही है, जिसमें हजारों लोगों के शामिल होने का अनुमान है।
जानकारी के अनुसार, उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले लोगों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। हर पंचायत समिति स्तर पर निविदाएं जारी की जा रही हैं, ताकि सभा में पहुंचने वाले लोगों को भोजन पैकेट उपलब्ध कराए जा सकें। अनुमान है कि एक-एक पंचायत समिति क्षेत्र से 15 हजार से अधिक लोग कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं, जिससे आयोजन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं।
राजस्थान के पचपदरा में स्थापित एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (HRRL) की क्षमता 9 मिलियन टन प्रतिवर्ष है। रिफाइनरी के लिए अरब देशों से क्रूड ऑयल की आपूर्ति शुरू हो चुकी है। वर्तमान में करीब 26 हजार से अधिक श्रमिक रिफाइनरी निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। परियोजना के लिए कुल 7.5 मिलियन टन क्रूड ऑयल अरब देशों से आयात किया जाएगा, जबकि 1.5 मिलियन टन कच्चा तेल राजस्थान में उत्पादित किया जाएगा। रिफाइनरी की एक बड़ी विशेषता जीरो लिक्विड एफ्लुएंट डिस्चार्ज है, यानी प्रसंस्करण के दौरान कोई तरल अपशिष्ट बाहर नहीं जाएगा। इस मेगा प्रोजेक्ट में 9 प्रमुख प्रोसेस यूनिट, 4 पेट्रोकेमिकल यूनिट और 2 यूटिलिटी यूनिट शामिल हैं।
अरब देशों से क्रूड ऑयल समुद्री मार्ग से गुजरात के मुंद्रा पोर्ट तक लाया जा रहा है। मुंद्रा पोर्ट पर 6 क्रूड ऑयल टर्मिनल टैंक बनाए जा रहे हैं, जिनका 92 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। यहां से 485 किलोमीटर लंबी विशेष पाइपलाइन के माध्यम से क्रूड ऑयल पचपदरा रिफाइनरी तक पहुंचाया जा रहा है और इस पाइपलाइन के जरिए आपूर्ति शुरू भी हो चुकी है।
पचपदरा रिफाइनरी के शुरू होने से न केवल राजस्थान बल्कि पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और पेट्रोकेमिकल सेक्टर को नई गति मिलने की उम्मीद है।